भूटान में हुए आम चुनाव में जीत के साथ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने सत्ता में वापसी की है। भूटान में मंगलवार को हुए संसदीय चुनाव में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने सबसे अधिक सीट जीती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भूटान में संसदीय चुनाव जीतने के लिए शेरिंग तोबगे और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को बधाई दी। पीएम मोदी ने x पर कहा कि दोनों देशो के बीच मित्रता और सहयोग के हमारे अनूठे संबंधों को और मजबूत करने के लिए फिर से मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।
पीएम मोदी ने दी बधाई
पीएम मोदी ने 9 जनवरी को अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (x) पर एक पोस्ट साझा की। जिसमें पीएम मोदी ने कहा, “मेरे दोस्त शेरिंग तोबगे और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को भूटान में संसदीय चुनाव जीतने के लिए हार्दिक बधाई। मित्रता और सहयोग के हमारे अनूठे संबंधों को और मजबूत करने के लिए फिर से मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।”
https://x.com/narendramodi/status/1744753982579392756?s=20
शेरिंग तोबगे के दूसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद
भूटान में 9 जनवरी को हुए संसदीय चुनाव में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने सबसे अधिक सीट जीती हैं । लोगों को उम्मीद है कि नेता हिमालयी देश में आर्थिक संकट को दूर करने के वादों को पूरा करेंगे।
राष्ट्रीय प्रसारक, भूटान ब्रॉडकास्टिंग सर्विस के आंकड़ों के मुताबिक पीडीपी ने 47 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 30 सीट जीती है जबकि भूटान टेंड्रेल पार्टी को 17 सीट मिली है। साल 2008 में पारंपरिक राजतंत्र से संसदीय सरकार में परिवर्तन के बाद भूटान में यह चौथा राष्ट्रीय चुनाव है। भूटान का निर्वाचन आयोग अंतिम नतीजों को बुधवार को जारी करेगा।
चुनाव प्रचार में आर्थिक संकट मुख्य मुद्दा रहा
बता दें कि भूटान में चुनाव प्रचार में आर्थिक संकट मुख्य मुद्दा रहा। विश्व बैंक के अनुसार, भूटान में पिछले पांच वर्षों में वृद्धि दर 1.7 प्रतिशत रही है। बेरोजगारी के चलते विदेशों में उच्च शिक्षा और नौकरियों की तलाश में युवाओं का पलायन देश की आर्थिक क्षमता को कमजोर कर रहा है।
भारत और भूटान संबंध
भारत और भूटान के बीच विलक्षण सौहार्दपूर्ण और विशेष संबंध हैं जो पारस्परिक विश्वास और समझबूझ पर आधारित हैं। दोनों देशो के बीच यात्राओं का नियमित आदान-प्रदान, घनिष्ठ परामर्श और पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग भूटान के साथ सम्बन्धों की आधारशिला है। ज्ञात हो कि पीएम मोदी ने अपने प्रथम विदेशी दौरे के लिए भूटान को चुना था। जून 2014 में 15 को वहां पहुँचने पर उनका अत्यंत गर्मजोशी से स्वागत किया गया और इस यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे। भूटान दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) के सात संस्थापक देशों में से एक हैं।