केन्द्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आज मंगलवार (7 नवंबर) नीदरलैंड के हेग में आयोजित दूसरे विश्व स्थानीय उत्पादन मंच (WLPF) में भाग लिया। यह बैठक 6 से 8 नवंबर तक आयोजित की जा रही है। दवाओं और अन्य स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों तक पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से डब्ल्यूएचओ (WHO) की पहल पर विश्व स्थानीय उत्पादन प्लेटफॉर्म का गठन किया गया है। इस अवसर पर भगवंत खुबा ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की वैश्विक वैक्सीन आपूर्ति में लगभग 60 प्रतिशत की हिस्सेदारी है,जेनेरिक निर्यात में 20-22 प्रतिशत की हिस्सेदारी है और यह अपने फार्मास्युटिकल निर्यात के माध्यम से 200 से अधिक देशों को सेवा प्रदान करता है। उन्होंने श्रीगंधा हॉलैंड कन्नड़ बालागा द्वारा आयोजित कन्नड़ राज्योत्सव 2023 समारोह में भाग लेने के लिए आइंडहोवन का भी दौरा किया।
अपने संबोधन में केन्द्रीय मंत्री भगवंत खुबा ने कहा कि यह बैठक नैदानिक उपायों के विकास और विनिर्माण में अनुभव, चुनौतियों और सफलताओं को साझा करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि हमें अभिनव दृष्टिकोणों की पहचान करने के लिए और सहयोग करना चाहिए, जो इन महत्वपूर्ण उपायों तक स्थायी और न्यायसंगत पहुंच को सक्षम बनाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि 21वीं सदी में लगातार गंभीर बीमारियां और कोविड-19 जैसी महामारी सामने आई हैं, जिससे ग्लोबल सप्लाई चेन में कमजोरियां और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा उपायों तक पहुंच में असमानताएं देखी गई हैं। अपर्याप्त नैदानिक उपकरणों ने प्रकोप को बदतर बना दिया, जिससे यह आवश्यकता महसूस की गई कि स्थायी, किफायती निदान उपायों तक वैश्विक पहुंच में सुधार के लिए सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है। विश्व भर के देशों ने नए समाधान प्रदान करने में समानता हासिल करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के बीच सहयोग के महत्व का अनुभव किया है।
भगवंत खुबा ने बताया कि भारत में फार्मास्युटिकल उद्योग विश्व स्तर पर सबसे बड़े उद्योगों में से एक है और इसे 'विश्व की फार्मेसी' भी कहा जाता है। भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनियां उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं की विश्वसनीय और किफायती आपूर्तिकर्ता बन गई हैं, जिससे दुनिया भर में स्वास्थ्य देखभाल सुविधा तक पहुंच में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत की वैश्विक वैक्सीन आपूर्ति में लगभग 60 प्रतिशत की हिस्सेदारी है, जेनेरिक निर्यात में 20-22 प्रतिशत की हिस्सेदारी है और यह अपने फार्मास्युटिकल निर्यात के माध्यम से 200 से अधिक देशों को सेवा प्रदान करता है।
अपनी यात्रा के दौरान केन्द्रीय मंत्री ने सूरीनाम के जन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अमर एन. रामाधीन से भी मुलाकात की और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल पर चर्चा की। अपने एक्स चैनल पर भगवंत खुबा ने एक पोस्ट में कहा कि सूरीनाम के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अमर एन. रामाधीन से मिलना सौभाग्य की बात थी। हमने गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच के बारे में चर्चा की हमारी बातचीत अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकी तक पहुंच बढ़ाने और सहयोगात्मक प्रयासों को बढ़ावा देने पर केंद्रित थी। इसके अलावा उन्होंने श्रीगंधा हॉलैंड कन्नड़ बालागा द्वारा आयोजित कन्नड़ राज्योत्सव 2023 समारोह में भाग लेने के लिए आइंडहोवन का भी दौरा किया।
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