केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह गुरुवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में तूर उत्पादक किसानों के पंजीकरण, खरीद व भुगतान पोर्टल का लोकार्पण करेंगे। यह जानकारी सहकारिता मंत्रालय ने बुधवार को दी।
मंत्रालय का कहना है कि पोर्टल पर पंजीकरण, खरीद और भुगतान तक की प्रक्रिया एक ही माध्यम पर उपलब्ध रहेगी। किसानों का पोर्टल पंजीकरण सीधा प्राथमिक कृषि ऋण समिति (पैक्स) व किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के माध्यम से हो सकेगा। किसान को भुगतान नाफेड की ओर से उनके बैंक खातों में किया जाएगा।
सहकारिता मंत्रालय का कहना है कि किसान-केंद्रित इस पहल का उद्देश्य तूर दाल उत्पादकों को NAFED और NCCF द्वारा खरीद, सुव्यवस्थित प्रक्रियाओं और सीधे बैंक हस्तांतरण के माध्यम से बेहतर कीमतों के साथ सशक्त बनाना है, जिससे घरेलू दाल उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और आयात निर्भरता कम होगी। इसके तहत, उपभोक्ता मामले विभाग, भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार नाफेड और एनसीसीएफ के पोर्टल पर पंजीकृत किसानों से दालों के बफर स्टॉक के लिए खरीदी की जायगी और एमएसपी या बाजार मूल्य, जो भी अधिक हो, उसका भुगतान किसानों को किया जाएगा।
मंत्रालय के अनुसार तूर दाल खरीद पोर्टल का लोकार्पण सरकार के एक नई हरित क्रांति के व्यापक दृष्टिकोण का प्रतीक होगा जो गेहूं और चावल जैसी पारंपरिक फसलों के साथ साथ दालों और तिलहनों को भी सम्मिलित करेगा। सभी खाद्य श्रेणियों में आत्मनिर्भरता के प्रति यह भारतीय कृषि और लाखों किसानों के उज्जवल भविष्य के लिए लाभकारी होगा।