केंद्र सरकार और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के बीच 22 दिसंबर शुक्रवार को 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर के एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। इसका उद्देश्य पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा के शहरी सेवाओं और पर्यटन सुविधाओं का विकास करना है। वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के संयुक्त सचिव जूही मुखर्जी ने बताया कि परियोजना के तहत त्रिपुरा के प्रमुख पर्यटन स्थलों का विकास किया जाएगा। इसके अलावा,यहां के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों, शहरी स्थानीय निकायों में नगरपालिका और सार्वजनिक सेवाओं के विकास पर जोर दिया जाएगा।
त्रिपुरा को पूर्वोत्तर भारत के प्रवेश द्वार के रूप में किया जाएगा विकसित
एडीबी के भारत रेजिडेंट मिशन में कार्यरत निलय मिताश ने कहा कि यह परियोजना राजमार्गों के साथ पर्यटन स्थलों को विकसित करने में मदद करेगी, जिससे संसाधन जुटाकर शहरी प्रशासन और अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और त्रिपुरा को पूर्वोत्तर भारत के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि एशियाई विकास बैंक जलवायु परिवर्तन और आपदा प्रबंधन,पर्यटन और व्यापार के लिए सामुदायिक और निजी क्षेत्रों की भागीदारी की पहचान के साथ शहरी स्थानीय निकाय की क्षमता को मजबूत करेगा।
सड़कों को बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों और दिव्यांग व्यक्तियों के अनकूल बनाया जाएगा
इस परियोजना के तहत 42 किलोमीटर नए ट्रांसमिशन और वितरण पाइपों की स्थापना,चार नए जल उपचार संयंत्रों की स्थापना और 55 किलोमीटर के वाटरपाइप के सुधार से शहरी जल आपूर्ति को और बेहतर किया जाएगा। इस परियोजना के तहत 21 किलोमीटर शहरी सड़कों को बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों और दिव्यांग व्यक्तियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त शहरी सेवाओं को बढ़ावा देने के क्रम में 12 शहरी स्थानीय निकायों में बुनियादी ढांचे के संचालन और रखरखाव, वित्तीय प्रबंधन, लैंगिक समानता और सामाजिक भागीदारी के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करेगी।
डिजिटल संग्रहालय सहित साहसिक पार्क का निर्माण
इस परियोजना के तहत चतुर्दश देवता मंदिर, कस्बा कालीबाड़ी और नीरमहल पैलेस जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। आधुनिक सुविधाओं से युक्त कमरों में ठहरने की व्यवस्था में सुधार कर पर्यटकों के अनुकूल बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त एक डिजिटल संग्रहालय और एक नया साहसिक पार्क का भी निर्माण किया जाएगा।