हिमाचल प्रदेश को विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़ते हुए, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को हमीरपुर में 4,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 15 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं और 1 रोपवे परियोजना का उद्घाटन और शिलान्यास किया। विभिन्न राजमार्ग परियोजनाओं के निर्माण से पहाड़ी रास्तों की कठिन यात्रा सुगम होगी साथ ही समय और दूरी कम होने के फलस्वरूप ईंधन में बचत होगी एवं प्रदूषण में कमी आएगी। उल्लेखनीय है कि इन प्रोजेक्ट्स से हिमाचल राज्य में पर्यटन का विकास होगा एवं रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
कुल्लू के मोहाल से प्रसिद्ध बिजली महादेव मंदिर तक 2 किमी लंबा पुल
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया उनमें देवरीघाट-प्रेमघाट पर ठियोग बाईपास का निर्माण, कलरूही खंड पर 196 मीटर लंबे पुल का निर्माण और कांगड़ा जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 503 पर 225 मीटर लंबे ढलियारा पुल का निर्माण शामिल है। वहीं जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें 272 करोड़ रुपये की लागत से सड़क निर्माण परियोजनाएं, राष्ट्रीय राजमार्ग 503ए पर बिरहू-लठियानी तक 8 किमी लंबे 4-लेन मिसिंग लिंक और केबल स्टे ब्रिज का निर्माण, कुल्लू के मोहाल से प्रसिद्ध बिजली महादेव मंदिर तक 2 किमी लंबा पुल शामिल हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर 500 मीटर लंबी आर्टिफिशयल सुरंग का होगा निर्माण
राष्ट्रीय राजमार्ग 22 के परवाणु-सोलन खंड पर भूस्खलन को रोकने के लिए रोपवे का निर्माण, 4 किमी लंबाई के ढलान संरक्षण कार्य, राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर 500 मीटर लंबी आर्टिफिशयल सुरंग का निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग 503 पर 410 मीटर लंबे 2-लेन आरयूबी का निर्माण। निर्माण एवं सीआरआईएफ के माध्यम से 4 परियोजनाएं चल रही हैं।
हमीरपुर से मंडी की दूरी होगी 15 किमी कम
बता दें कि इन परियोजनाओं के निर्माण से हमीरपुर से मंडी की दूरी 15 किमी कम हो जाएगी और टौणी देवी, अवाहदेवी, सरकाघाट, धर्मपुर आदि क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। दाड़लाघाट सीमेंट फैक्ट्री और एम्स बिलासपुर को 4-लेन कनेक्टिविटी मिलने से इस क्षेत्र की लॉजिस्टिक और स्वास्थ्य सेवाओं की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। बता दें कि गोविंद सागर झील पर केबल स्टे ब्रिज से बिरहू से लठियाणी, हमीरपुर से ऊना की वर्तमान दूरी 21 किमी कम हो जाएगी।
बिजली महादेव की यात्रा होगी 7 मिनट की
गौरतलब है कि रोपवे के निर्माण से तीर्थ स्थल बिजली महादेव की यात्रा वर्तमान 2 घंटे 30 मिनट से घटकर लगभग 7 मिनट रह जाएगी और प्रतिदिन 36000 तीर्थयात्रियों को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी।