प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स पर पेश की जाने वाली चादर पेश की, जिसे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के दौरान प्रतिष्ठित अजमेर शरीफ दरगाह पर रखा जाएगा।
पीएम ने खुद एक्स पोस्ट कर इसकी जानकारी दी, अपने पोस्ट में उन्होंने कहा, “मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। हमारी बातचीत के दौरान, मैंने पवित्र चादर पेश की, जिसे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के दौरान प्रतिष्ठित अजमेर शरीफ दरगाह पर रखा जाएगा।”
प्रधानमंत्री हर साल अजमेर शरीफ दरगाह पर उर्स के मौके पर चादर भेंट करते हैं, हर साल की तरह इस साल भी उनकी भेंट की गई चादर को दरगाह पर चढ़ाया जाएगा। पीएम पद संभालने के बाद नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार अजमेर शरीफ दरगाह को चादर भेंट की है।
अजमेर में स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती जिन्हें गरीब नवाज के नाम से लोग पुकारते हैं। इस साल उनका 812वां उर्स 13 जनवरी से शुरू हो रहा है। उर्स मूल रूप से अरबी भाषा का शब्द है। सीधे शब्दों में कहें, तो किसी सूफी संत की पुण्यतिथि पर जब कोई मेला आयोजित किया जाता है उसे उर्स कहते हैं।