भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वांग के साथ मंगलवार को एक संयुक्त वार्ता में कहा कि फिलिस्तीन संकट का अपना एक इतिहास है तथा यह बहुत जटिल समस्या है।
तीन महत्वपूर्ण मुद्दों को समान महत्व देने की कही बात
विदेश मंत्री ने कहा है कि मौजूदा फिलिस्तीन संकट के साथ आतंकवाद, गाजा में मानवीय स्थिति और फिलिस्तीनियों के अधिकारों के लिए दो देश समाधान से तीन महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं। इन पर समान रूप से महत्व दिया जाना चाहिए।
आतंकवाद को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता
उन्होंने कहा कि 7 अक्टूबर को इजराइल में आतंकवादी हमले की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की गई। आतंकवाद को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि गाजा में मानवीय संकट बहुत विषम है तथा वहां यथाशीघ्र मानवीय सहायता उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
फिलिस्तीन जनता के अधिकारों और भविष्य के लिए दो देश समाधान आवश्यक
विदेश मंत्री ने फिलिस्तीन के बारे में भारत के सतत रवैये को दोहराते हुए कहा कि फिलिस्तीन जनता के अधिकारों और भविष्य के लिए दो देश समाधान आवश्यक है।
वहीं ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री ने कहा कि दो देश समाधान के तहत फिलिस्तीन की सीमाएं क्या होंगी, इसका निर्धारण विचार-विमर्श के आधार पर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी क्षेत्र में इजराइल द्वारा यहूदी बस्तियां बसाए जाना अंतरराष्ट्रीय नियम के खिलाफ है। इसका ऑस्ट्रेलिया विरोध करता है।