केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के पेशेवर प्रबंधन ने बाहरी असंतुलन और अनिश्चितताओं से निपटने संबंधी भारत की क्षमता में उल्लेखनीय सुधार किया है।
आज (सोमवार) मुंबई, महाराष्ट्र में भारतीय रिजर्व बैंक के 90 वर्ष पूरे होने के अवसर पर केन्द्रीय मंत्री सीतारमण ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बैंकों की बैलेंस शीट की समस्याओं को सुधारने में केंद्रीय बैंक की भूमिका की सराहना की। सीतारमण ने कहा कि परिसंपत्ति गुणवत्ता प्रबंधन और त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई ढांचा सभी बड़े कदम हैं, जिसे रिजर्व बैंक ने अच्छी तरह से क्रियान्वित किया है।
आरबीआई के 1 अप्रैल को 90वें स्थापना दिवस पर मुंबई में आयोजित कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार सहित कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। पीएम मोदी ने इस अवसर पर आरबीआई के 90 वर्ष पूरे होने पर एक स्मारक सिक्का भी जारी किया।
उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना आज से 90 साल पहले 1 अप्रैल 1935 को की गई थी। रिजर्व बैंक की स्थापना भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 के तहत की गई, वहीं 1 जनवरी 1949 को रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण किया गया था। भारतीय रिजर्व बैंक केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, वाणिज्यिक बैंकों, राज्य सहकारी बैंकों के लिए बैंकर के रूप में कार्य करता है। इसके साथ ही आरबीआई ही रुपये के विनिमय मूल्य की स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।