प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बुधवार को गुजरात के गांधीनगर के महात्मा मंदिर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 के 10वें संस्करण का शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। पीएम मोदी ने कहा इस अमृत काल में यह पहली वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट हो रही है। इसलिए इसका महत्व और बढ़ गया है। इस समिट में आए 100 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि भारत की इस विकास यात्रा के अहम सहयोगी हैं। उन्होंने कहा आपके सपने जितने बड़े होंगे, मेरा संकल्प भी उतना ही बड़ा होगा।'
कार्यक्रम में ये विशेष अतिथि रहे मौजूद
बता दें इस कार्यक्रम में संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नह्यान, मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी, तिमोर लेस्त के राष्ट्रपति खोसे रामोस होर्ता, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेत्र फियाला, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल उद्घाटन सत्र में शामिल थे।
पीएम मोदी ने विशेष अतिथियों को दी नए साल की शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने कार्यक्रम में मौजूद सभी विशेष अतिथियों को नए साल 2024 की शुभकामनाओं देते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। पीएम मोदी ने कहा, निकट भूतकाल में भारत की आजादी के 75 साल पूरे हुए और अब भारत अगले 25 वर्षों के लक्ष्य पर काम कर रहा है जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष बनाएगा तब तक हमने भारत को विकसित बनाने का लक्ष्य रखा है। आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा इसलिए यह 25 साल का कार्यकाल भारत का अमृतकाल है। यह नए सपने, नए संकल्प और नित्य नूतन सिद्धियों का कार्यकाल है।
अमृत काल में यह पहली वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट
पीएम मोदी ने कहा इस अमृत काल में यह पहली वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट हो रही है। इसलिए इसका महत्व और बढ़ गया है। इस समिट में आए। 100 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि भारत की इस विकास यात्रा के अहम सहयोगी हैं।
भारत और यूएई के दिनों-दिन मजबूत हो रहे आत्मीय संबंध
उन्होंने कहा, यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद का इस आयोजन में शामिल होना बहुत खुशी की बात है। इस समिट में उनका यहां चीफ गेस्ट के तौर पर उपस्थित होना भारत और यूएई के दिनों-दिन मजबूत होते आत्मीय संबंधों का प्रतीक है। पीएम ने कहा हमने उनके विचार सुने। भारत को लेकर उनके विश्वास, उनका सहयोग बहुत ही गर्मजोशी से भरा हुआ है। उन्होंने कहा, वाइब्रेंट गुजरात समिट इकोनॉमिक डेवलपमेंट और इंवेस्टमेंट से जुड़ी जानकारी और अनुभव साझा करने का ग्लोबल प्लेटफॉर्म बन गई है।
भारत और यूएई ने कई महत्वपूर्ण समझौते किए
पीएम ने कहा, इस समिट में भी भारत और यूएई ने फूड पार्क के विकास के लिए रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए, इनोवेटिव हेल्थ केयर में निवेश के लिए कई महत्वपूर्ण समझौते किए हैं। भारत के पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर में यूएई की कंपनियों द्वारा कई बिलियन डॉलर के नए निवेश पर सहमति बनी है। यूएई के सॉवरन वेल फंड द्वारा गिफ्ट सिटी में ऑपरेशन शुरू किए जाएंगे। यहां एयरक्राफ्ट और शिप लीजिंग एक्टिविटी भी शुरू करने जा रही है। भारत और यूएई ने अपने रिश्तों को जिस तरह एक नई ऊंचाई दी है, उसका श्रेय मेरे ब्रदर शेख मोहम्मद बिन जायद को जाता है।
मोजाम्बिक के राष्ट्रपति की भारत यात्रा से दोनों देशों में बढ़ी घनिष्ठता
पीएम ने आगे कहा, मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी से कल भी मेरी विस्तार से बात हुई है। उनके लिए तो गुजरात आना पुरानी यादों को ताजा करने जैसा है। राष्ट्रपति न्यूसी आईआईएम अहमदाबाद के एल्युमनाई है। भारत के लिए गर्व की बात है कि हमारी G20 प्रेसिडेंसी में अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता मिली है। राष्ट्रपति न्यूसी की भारत यात्रा से हमारे संबंधों को तो बल मिला ही है भारत-अफ्रीका के बीच घनिष्ठता और बढ़ी है।
भारत और चेक गणराज्य के बीच लगातार बढ़ रहा सहयोग
पीएम ने कहा, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री के बतौर पेत्र फियाला की यह पहली भारत यात्रा है। चेक लंबे समय से वाइब्रेंट गुजरात समिट से जुड़ा हुआ है। भारत और चेक गणराज्य के बीच टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल्स, मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टर्स में सहयोग लगातार बढ़ रहा है। पीएम ने कहा पेत्र फियाला की इस यात्रा से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे। पीएम ने आगे जोड़ते हुए बताया हमारे यहां कहा जाता है 'अतिथि देवो भव' और प्रधानमंत्री के रूप में आपकी यह पहली भारत यात्रा है। उम्मीद है कि आप भारत से बहुत शानदार यादें लेकर जाएंगे।
तिमोर लेस्ते के राष्ट्रपति का आना रहा और भी विशेष
पीएम मोदी ने तिमोर लेस्ते के राष्ट्रपति रामोस होर्ता का स्वागत करते हुए कहा रामोस होर्ता का गांधीनगर आना और विशेष है। पीएम ने बताया राष्ट्रपति रामोस होर्ता ने महात्मा गांधी जी अहिंसा के सिद्धांत को अपने देश के स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा है। आसियान और इंडो पैसिफिक के क्षेत्र में तिमोर लेस्ते के साथ हमारा सहयोग बहुत अहम है।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को 20 वर्ष पूरे
बता दें कुछ समय पहले ही वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को 20 वर्ष पूरे हुए हैं। बीते 20 वर्ष में इस समिट ने नए आइडियाज को प्लेटफॉर्म दिया है।
इंवेस्टमेंट और रिटर्न के लिए नए गेटवे बनाए
इसने इंवेस्टमेंट और रिटर्न के लिए नए गेटवे बनाए हैं। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की इस बार की थीम 'गेटवे टू द फ्यूचर' है। 21वीं सदी की दुनिया का फ्यूचर भी हमारे साझे प्रयासों से ही उज्ज्वल बनेगा।भारत ने अपनी G20 प्रेसीडेंसी के दौरान भी ग्लोबल फ्यूचर के लिए एक रोडमैप दिया है। उन्होंने कहा, इस समिट के इस एडिशन में भी इस विजन को और आगे बढ़ा रहे हैं।
वन वर्ल्ड, वन फैमिली, वन फ्यूचर का सिद्धांत विश्व कल्याण की अनिवार्य आवश्यकता
भारत आई-टू, यू-टू और दूसरे मल्टीलेटरल ऑर्गेनाइजेशन के साथ पार्टनरशिप को मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहा वन वर्ल्ड, वन फैमिली, वन फ्यूचर का सिद्धांत विश्व कल्याण की अनिवार्य आवश्यकता है। आज तेजी से बदलते हुए वर्ल्ड ऑर्डर में भारत विश्व मित्र की भूमिका में आगे बढ़ रहा है।
भारत ने विश्व को दिया यह भरोसा
पीएम ने कहा, आज भारत ने विश्व को यह भरोसा दिया है कि हम साझा लक्ष्य तय कर सकते हैं, अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। विश्व कल्याण के लिए भारत की प्रतिबद्धता, भारत की निष्ठा, भारत के प्रयास और भारत का परिश्रम आज की दुनिया को ज्यादा सुरक्षित और समृद्ध बना रहा है।
पीएम ने निवेशकों से कहा भारत के कोने-कोने में आपके लिए नई संभावनाएं
पीएम ने निवेशकों से कहा भारत के कोने-कोने में आपके लिए नई संभावनाएं हैं। वाइब्रेंट गुजरात समिट इसके लिए भी एक गेटवे की तरह है। पीएम ने कहा, आप भारत में सिर्फ इंवेस्टमेंट ही नहीं कर रहे बल्कि यंग क्रिएटर्स और कंज्यूमर्स की एक नई जनरेशन को भी शेप कर रहे हैं। भारत के एस्पिरेशन से भरी यंग जनरेशन के साथ आपकी पार्टनरशिप को वो रिजल्ट लाकर दिखा सकती है जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।
अंत में निवेशकों प्रोत्साहित करते हुए पीएम मोदी ने कहा ''आपके सपने मोदी का संकल्प है। आपके सपने जितने बड़े होंगे, मेरा संकल्प भी उतना ही बड़ा होगा। सपने देखने के अवसर भी अनेक है, संकल्प पूरा करने का सामर्थ्य भी मौजूद है।''
क्या बोले उद्योगपति ?
वहीं इस अवसर पर माइक्रोन, रिलायंस और टाटा ग्रुप सहित प्रमुख वैश्विक और भारतीय उद्योगों ने गुजरात में अपना व्यवसाय बढाने की घोषणा की। सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन, रिलायंस उद्योग, अडाणी ग्रुप और आर्सेलर मित्तल ने हरित विकास सेक्टर में निवेश करने की बात कही। अडाणी ग्रुप ने अगले पांच वर्ष में गुजरात में दो लाख करोड रूपए निवेश करने तथा सुजुकी मोटर्स और आर्सेलर मित्तल ने नए संयंत्रों की स्थापना की घोषणा की। रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी ने गुजरात के हजीरा में देश का पहला कार्बन फाइबर केंद्र स्थापित किए जाने की घोषणा की। माइक्रोन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय मेहरोत्रा ने कहा कि माइक्रोन गुजरात में सेमी कंडक्टर विनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।