प्रतिक्रिया | Thursday, September 19, 2024

22/12/23 | 9:20 am

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट, गाजा के 23 लाख लोग भुखमरी से जूझ रहे

गाजा पट्टी में इजरायली सेना और हमास के बीच जारी भीषण लड़ाई के बीच संयुक्त राष्ट्र की आई रिपोर्ट युद्ध की भयावता के साथ डराने वाली है। रिपोर्ट के अनुसार गाजा में 2.3 मिलियन यानी 23 लाख लोग भुखमरी के संकट से जूझ रहे हैं। वहीं, युद्ध की वजह से गाजावासियों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है, जिसकी वजह से अकाल का खतरा हर दिन बढ़ रहा है। अमेरिका आखिरकार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गाजा में सहायता पर मतदान कर सकता है। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि हालांकि यह एक सप्ताह पहले हो जाना चाहिए था। अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव पर समझौता करने के लिए कल मिस्र के साथ उच्चस्तरीय बातचीत की है। अगर यह प्रस्ताव पारित हो जाता है तो गाजा को और अधिक मानवीय सहायता प्राप्त हो सकेगी। अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने विचार-विमर्श के बाद संवाददाताओं से कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका नए पाठ का समर्थन करता है, और यदि इसे वोट के लिए रखा जाता है तो अमेरिका इसका समर्थन करेगा। 

 अभी भी बातचीत कर रहा अमेरिका 

अमेरिका के प्रमुख अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी उप राजदूत रॉबर्ट वुड ने पत्रकारों से कहा कि अमेरिका अभी भी बातचीत कर रहा है। अमेरिका उस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने के पक्ष में नहीं है, जिसमें लड़ाई रोकने का भी आह्वान किया गया है। राफा सीमा को नियंत्रित करने वाला मिस्र चाहता है कि संयुक्त राष्ट्र सहायता पहुंचाने का काम अपने हाथ में ले।

नए ड्राफ्ट का प्रसार डेढ़ सप्ताह की उच्च-स्तरीय वार्ता के परिणामस्वरूप हुआ, जिसमें कई बार अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और उनके अरब और पश्चिमी समकक्ष शामिल हुए। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र में राजनयिक “एक प्रस्ताव पर बातचीत में लगे हुए थे जिस पर हम सहमत हो सकते हैं।” 

अमेरिका पर इजराइल का दबाव

द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, अमेरिका पर इजराइल का दबाव है। इसलिए अमेरिका ने कहा है कि इजराइल को सहायता वितरण और विवादों की जांच में शामिल किया जाए। अमेरिका के इस प्रस्ताव पर मतदान करने की संभावना बढ़ गई है।

अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने मीडिया से कहा 

अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने विचार-विमर्श के बाद संवाददाताओं से कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका नए पाठ का समर्थन करता है, और यदि इसे वोट के लिए रखा जाता है तो अमेरिका इसका समर्थन करेगा। थॉमस-ग्रीनफ़ील्ड ने इस बात से इनकार किया कि प्रस्ताव को कमज़ोर कर दिया गया है, उन्होंने कहा, “मसौदा प्रस्ताव एक बहुत ही मजबूत प्रस्ताव है जिसे अरब समूह द्वारा पूरी तरह से समर्थन प्राप्त है, अरब समूह उन्हें वह प्रदान करता है जो उन्हें लगता है कि ज़मीनी स्तर पर मानवीय सहायता प्राप्त करने के लिए आवश्यक है।”

इजरायली सेना और हमास के बीच जारी है भीषण लड़ाई 

वही दूसरी ओर गाजा पट्टी में इजरायली सेना और हमास के बीच जारी भीषण लड़ाई के बीच संयुक्त राष्ट्र (United Nations ) की आई रिपोर्ट युद्ध की भयावता के साथ डराने वाली है। इजराइली विमानों द्वारा गुरुवार को किए भीषण हमले व बमबारी में कई लोगों के मारे जाने की सूचना है। जबकि अमेरिका, यूरोपीय देश लगातार इजराइल पर संघर्षविराम का दबाव बना रहे हैं। संघर्ष की वजह से अब तक 20 हजार से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इसी बीच संयुक्त राष्ट्र समर्थित निकाय ने गुरुवार को एक रिपोर्ट साझा की है।

गाजा में 2.3 मिलियन यानी 23 लाख लोग भुखमरी के संकट से जूझ रहे हैं

रिपोर्ट के अनुसार गाजा में 2.3 मिलियन यानी 23 लाख लोग भुखमरी के संकट से जूझ रहे हैं। वहीं, युद्ध की वजह से गाजावासियों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है, जिसकी वजह से अकाल का खतरा हर दिन बढ़ रहा है। एकीकृत खाद्य सुरक्षा चरण वर्गीकरण की एक रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में लोग दो-जून की रोटी के लिए मशक्कत कर रहे हैं।

मिस्र ने भेजी  गाजा वासियों के लिए मदद 

कुछ दिनों पहले मिस्र की ओर से गाजा वासियों के लिए भोजन, पानी और दवाएं भेजी गई थी। हाालांकि, यह मदद ऊंच के मुंह में जीरे जैसी है। रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा में मौजूद दस प्रतिशत लोगों को ही इस मदद से लाभ मिलने वाला है।

गाजा में ईंधन की जबरदस्त कमी

आईपीसी की रिपोर्ट में आगे जानकारी दी गई कि गाजा में ईंधन की जबरदस्त कमी है। कुछ दिनों पहले कई वीडियो वायरल हुए जिसमें देखा गया कि जैसे ही मानवीय सहायता लेकर ट्रक गाजा पहुंचे, गाजावासी ट्रकों पर सहायता सामग्री लेने के लिए टूट पड़े।

अमेरिका ने गाजा में राहत सामग्री की धीमी आपूर्ति पर चिंता जताई

सुरक्षा परिषद में अमेरिका ने गाजा में राहत सामग्री की धीमी आपूर्ति पर चिंता जताई है। कहा कि इसे लेकर विश्व में व्यापक चिंता है। इससे आमजन प्रभावित हो रहे हैं। हम राहत सामग्री की आपूर्ति तेज करने पर विचार कर रहे हैं। अमेरिका की सहमति से सुरक्षा परिषद में इससे संबंधित प्रस्ताव लाए जाने की तैयारी चल रही है।

गाजा में बुरे है हालात 

दक्षिणी गाजा में भी बुधवार-गुरुवार की रात इजरायल ने भीषण बमबारी की। मिस्र की सीमा के नजदीक बसे रफाह कस्बे में गुरुवार सुबह हुई बमबारी में चार लोग मारे गए हैं। गाजा में चिकित्सा सुविधाएं संचालित करने वाली संस्था रेड क्रीसेंट ने कहा है कि लगातार चल रही लड़ाई और बमबारी के चलते वह जबालिया सहित कई स्थानों पर एंबुलेंस भेजकर वहां से मृतकों और घायलों को लाने की स्थिति में नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उत्तरी गाजा में आखिरी अस्पताल भी बंद होने के कगार पर है।

 

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आखरी अपडेट: 19th Sep 2024