भारत सरकार ने अनुभव पुरस्कार योजना 2024 को शुक्रवार को अधिसूचित कर दिया है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए केंद्र सरकार के सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों/पेंशनभोगियों को सेवानिवृत्ति से 8 महीने पहले और सेवानिवृत्ति के 1 वर्ष बाद तक अपना अनुभव लेख प्रस्तुत करना आवश्यक है। तत्पश्चात, संबंधित मंत्रालयों/विभागों द्वारा उनका मूल्यांकन किया जाएगा और फिर चुने गए आलेख छपने के लिए भेजे जाएंगे। इन प्रकाशित हुए लेखों को अनुभव पुरस्कार और निर्णायक समिति के प्रमाणपत्र के लिए चुना जाएगा।
अनुभव पुरस्कार योजना 2024 के तहत प्रविष्टि दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 मार्च, 2024 निर्धारित की गई है। वर्ष 2016 से 2023 तक कुल 54 अनुभव पुरस्कार प्रदान किये जा चुके हैं। इस योजना के अनुसार, 31 जुलाई, 2023 से 31 मार्च, 2024 तक अनुभव पोर्टल पर प्रकाशित सभी अनुभव लेखों पर 05 अनुभव पुरस्कारों और 10 निर्णायक समिति के प्रमाणपत्रों के लिए विचार किया जाएगा।
पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने अनुभव पुरस्कार योजना, 2024 में व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रत्येक पेंशनभोगी द्वारा अपना अवलोकन अनुभव साझा कराना सुनिश्चित करने के लिए एक आउटरीच अभियान चलाया है। इस संबंध में मंत्रालयों/विभागों और सीएपीएफ के नोडल अधिकारियों के साथ कई बैठकें की गई हैं। मंत्रालयों/विभागों से अवलोकन अनुभव को समय पर प्रस्तुत करने के लिए पेंशनभोगियों तक पहुंचने का अनुरोध किया गया है। पुरस्कार विजेता नामांकन के दस्तावेजीकरण के प्रारूप पर ज्ञान-साझा करने सत्र भी आयोजित किए गए हैं।
पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश के अनुसार सरकार के साथ सहयोग करते हुए केंद्र सरकार के सेवानिवृत्त हो रहे/सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों के अनुभवों को साझा करने के उद्देश्य से मार्च 2015 में 'अनुभव पोर्टल' नामक एक ऑनलाइन मंच का शुभारंभ किया था। इसके तहत ऐसी परिकल्पना की गई है कि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों द्वारा लिखित दस्तावेजों के उपलब्ध कराए जाने की यह संस्कृति भविष्य में सुशासन तथा प्रशासनिक सुधारों की आधारशिला बनेगी।