राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लेखिका और समाजसेविका सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीमती सुधा मूर्ति के राज्यसभा मनोनयन पर प्रसन्नता व्यक्त की है। पीएम मोदी ने महिला दिवस के मौके पर सोशल मीडिया एक्स (X )पर एक पोस्ट में यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी 'नारी शक्ति' का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है। उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर कहा
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने बताया कि पीएम मोदी ने श्रीमती सुधा मूर्ति के राज्यसभा मनोनयन पर प्रसन्नता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (x) पर एक पोस्ट में कहा, “मुझे खुशी है कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान अतुलनीय और प्रेरणादायक रहा है। राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी 'नारी शक्ति' का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है। उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं।”
https://x.com/narendramodi/status/1766002676070813995?s=20
कौन हैं सुधा मूर्ति ?
उल्लेखनीय है कि सुधा मूर्ति एक भारतीय शिक्षिका, लेखिका, समाजसेविका और इंफोसिस फाउंडेशन की पूर्व अध्यक्ष हैं। वह गेट्स फाउंडेशन की सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल पहल की सदस्य भी हैं। उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में मूर्ति क्लासिकल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया की स्थापना की है। सुधा मूर्ति इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी हैं। उनकी बेटी अक्षता मूर्ति ब्रिटेन के वर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं। बता दें कि मूर्ति को 2006 में भारत सरकार द्वारा सामाजिक कार्यों के लिए भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था । बाद में 2023 में, उन्हें भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।