पिछले एक महीने से दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का प्रकोप जारी है। दिवाली से पहले हुई एक दिन की बारिश से बेशक राहत की सांस मिली हो, लेकिन दिवाली के बाद से लगातार प्रदूषण का स्तर 'बहुत गंभीर' बना हुआ है। हालांकि इस प्रदूषण का मुख्य कारण पराली और वाहन को माना जा रहा है। शुक्रवार को भी दिल्ली में एक्यूआई का स्तर 300 से ऊपर यानी “बहुत खराब” श्रेणी में किया गया। दिल्लीवासियों को वायु प्रदूषण से आज यानी शनिवार को थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। इस दौरान हवा की गति 12 से 16 किमी प्रति घंटे तक रहने का पूर्वानुमान है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में आज शनिवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 360 के पार चला गया है। आनंद विहार में एक्यूआई 350, आरके पुरम में 325, पंजाबी बाग में 332 और आईटीओ में 328 रहा। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार से हवा की रफ्तार बढ़ने पर इसमें सुधार के आसार हैं। बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली का एक्यूआई 324 रहा। इस स्तर की हवा को “बहुत खराब” श्रेणी में रखा जाता है।
आज से सुबह के समय बढ़ेगी ठंड
शुक्रवार को भी आसमान साफ रहा और दिन में हल्की धूप खिली रही। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 25.7 डिग्री जबकि न्यूनतम सामान्य स्तर पर 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार को भी सुबह हल्का कोहरा होने और दिन में आसमान साफ रहने का अनुमान जताया गया है। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 25 एवं आठ डिग्री सेल्सियस रह सकता है। चूंकि शनिवार और रविवार को तेज हवा चलेगी और न्यूनतम तापमान भी घटने क आसार हैं तो इससे सुबह शाम की ठंड में इजाफा भी होगा।
वायु प्रदूषण रोकने के लिए केंद्र सरकार उठा रही है कदम
संसद में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों पर पूछे गये एक प्रश्न में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने बताया कि ''देश में वायु प्रदूषण की समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से 19,711 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। देश के 131 शहरों की भी पहचान गई जहां पर वायु प्रदूषण अधिक मात्रा में दर्ज किये जाते हैं, उन शहरों में केंद्र सरकार द्वारा योजनाएं लागू की गईं। हवा में फैलने वाले अवांछित उत्सर्जन खासकर पीएम 2.5 और पीएम 10 को ध्यान में रखते हुए वायु प्रदूषण को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक इन 131 शहरों में प्रगति काफी संतोषजनक रही है।