भारत और बांग्लादेश ने एक मानवीय कदम उठाते हुए उन मछुआरों की रिहाई और वापसी का फैसला किया है जिन्हें समुद्री सीमा अनजाने में पार करने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया था। हाल के महीनों में कई भारतीय मछुआरे बांग्लादेशी अधिकारियों द्वारा तब पकड़े गए जब वे गलती से बांग्लादेशी जलक्षेत्र में प्रवेश कर गए। इसी तरह, भारतीय अधिकारियों ने भी कुछ बांग्लादेशी मछुआरों को हिरासत में लिया। इन घटनाओं ने दोनों देशों के मछुआरों और उनके परिवारों की आजीविका को प्रभावित किया है।
5 जनवरी को होगी मछुवारों की रिहाई
ऐसे में इस समस्या के समाधान के लिए दोनों देशों की सरकारों ने एक साथ मिलकर मछुआरों की रिहाई और वापसी का समझौता किया है। 5 जनवरी 2025 को बांग्लादेश की हिरासत में मौजूद 95 भारतीय मछुआरों को भारतीय तटरक्षक बल को सौंपा जाएगा। उसी दिन भारत 90 बांग्लादेशी मछुआरों को रिहा कर बांग्लादेश तटरक्षक बल को सौंपेगा।
यह कदम दोनों देशों की मछुआरा समुदायों की सुरक्षा और भलाई को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अधिकारियों ने बताया कि यह आदान-प्रदान मानवीय दृष्टिकोण से किया गया है ताकि मछुआरों और उनके परिवारों को राहत मिल सके। भारत सरकार ने दोहराया है कि वह भारतीय मछुआरों की सुरक्षा और हितों को सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए संवाद और बेहतर समन्वय पर काम कर रही है।