स्वतंत्रता दिवस-2024 के अवसर पर पुलिस, अग्निशमन, होम गार्ड एवं सिविल डिफेंस और सुधारात्मक सेवाओं के 1037 कर्मियों को वीरता व सेवा पदक से सम्मानित किया गया। बुधवार को गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
गृह मंत्रालय के बयान के अनुसार वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएमजी) और वीरता पदक (जीएम) क्रमशः जीवन एवं संपत्ति को बचाने, या अपराध को रोकने या अपराधियों को गिरफ्तार करने में दुर्लभ विशिष्ट वीरता कार्य और वीरता के विशिष्ट कार्य के आधार पर प्रदान किए जाते हैं, जिसमें होने वाले जोखिम का आकलन संबंधित अधिकारी के दायित्वों एवं कर्तव्यों को ध्यान में रखते हुए किया जाता है। इस क्रम में वीरता के लिए राष्ट्रपति वीरता पदक तेलंगाना पुलिस के हेड कांस्टेबल चादुवु यादैया को प्रदान किया गया है, जिन्होंने 25 जुलाई 22 को हुई डकैती के मामले में दुर्लभ वीरता दिखाई थी।
गृह मंत्रालय के बयान के मुताबिक कुल 213 वीरता पदक में से 208 वीरता पदक पुलिस कर्मियों को प्रदान किए गए हैं। जिसमें जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के 31 व उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के 17-17 पुलिसकर्मियों, छत्तीसगढ़ के 15 पुलिसकर्मियों, मध्य प्रदेश के 12 पुलिसकर्मियों, झारखंड, पंजाब एवं तेलंगाना में से प्रत्येक के 7-7 पुलिसकर्मियों, सीआरपीएफ के 52 कर्मियों, एसएसबी के 14 कर्मियों, सीआईएसएफ के 10 कर्मियों , बीएसएफ के 6 कर्मियों और शेष अन्य राज्यों व केन्द्र-शासित प्रदेशों व सीएपीएफ से हैं। इसके अलावा दिल्ली के 3 और झारखंड के 1 वीरता पदक अग्निशमन सेवा कर्मियों को दिए गए हैं और 1 वीरता पदक उत्तर प्रदेश एचजी एवं सीडी के कर्मी को दिया गया है।
गृह मंत्रालय के बयान के मुताबिक विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक सेवा में विशेष उत्कृष्ट रिकॉर्ड के लिए प्रदान किया जाता है और सराहनीय सेवा पदक (एमएसएम) संसाधन एवं कर्तव्यों के प्रति समर्पण की विशेषता वाली मूल्यवान सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। इस क्रम में विशिष्ट सेवा के लिए 94 राष्ट्रपति पदकों में से 75 पुलिस सेवा को, 08 अग्निशमन सेवा को, 08 सिविल डिफेंस एवं होम गार्ड सेवा को और 03 सुधारात्मक सेवा को प्रदान किए गए हैं। सराहनीय सेवा (एमएसएम) के लिए 729 पदकों में से 624 पुलिस सेवा को, 47 अग्निशमन सेवा को, 47 सिविल डिफेंस एवं होम गार्ड सेवा को और 11 सुधारात्मक सेवा को प्रदान किए गए हैं।
(इनपुट- हिन्दुस्थान समाचार)