केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज केरल के विझनजाम में लाइटहाउस पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए हितधारकों की बैठक की अध्यक्षता की। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के तहत एक संगठन – दीप स्तम्भ और दीपपोत महानिदेशालय द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का उद्देश्य ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और दर्शनीय स्थलों के रूप में लाइटहाउस की अद्वितीय पर्यटन क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए अवधारणा और रणनीति बनाना था।
सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “अप्रैल और जून, 2024 के बीच पांच लाख से अधिक पर्यटकों ने लाइटहाउस का दौरा किया, जो इन प्रतिष्ठित समुद्री संरचनाओं को जीवंत पर्यटक आकर्षण के केंद्र में बदलने के दृष्टिकोण को रेखांकित करता है, जैसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने परिकल्पना की थी।”
हितधारकों की बैठक का उद्देश्य लाइटहाउस की अद्वितीय पर्यटन क्षमता को प्रदर्शित करना और उनके ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और दर्शनीय मूल्य पर जोर देना था। यह सरकारी निकायों, पर्यटन एजेंसियों, स्थानीय समुदायों और निजी क्षेत्र के हितधारकों के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने का आकांक्षी है। इस कार्यक्रम में पर्यटन में वृद्धि के माध्यम से स्थानीय समुदायों के लिए संभावित आर्थिक लाभों पर भी प्रकाश डाला गया, लाइटहाउस पर्यटन को बढ़ावा देने में संभावित चुनौतियों और बाधाओं की पहचान की गई तथा हितधारकों को उनके योगदान के महत्व और प्रभाव को रेखांकित करके प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “भारत अपनी भौगोलिक विविधता के साथ संस्कृतिक, सामाजिक लोकाचार और इतिहास के हमारे गतिशील समुच्चय को प्रदर्शित करने का महत्त्वपूर्ण अवसर लेकर आया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में, केंद्र सरकार ने पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित और प्रचारित करके समृद्ध समुद्री विरासत के प्रतीक के रूप में प्रकाशस्तंभों की महिमा प्रकट करने का फैसला किया। मंत्रालय आर्थिक विकास और भारत के समुद्र तट की सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहित करने के हवाले से प्रकाशस्तंभों का कायाकल्प करने के लिए प्रतिबद्ध है। हितधारकों की बैठक विझनजाम लाइटहाउस को अद्वितीय लाइट एंड साउंड शो के साथ एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में बदलने की दिशा में आगे की कार्रवाई का एक प्रयास था।
हितधारकों की बैठक में लाइटहाउस को पर्यटन सुविधाओं में बदलने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया। उल्लेखनीय है कि इस साल की शुरुआत में फरवरी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पर्यटक सुविधाओं के साथ 75 लाइटहाउस समर्पित किए थे। इन लाइटहाउस को विकसित करने का सुझाव प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात के 75वें एपिसोड के दौरान दिया था। बैठक में अन्य शीर्ष अधिकारियों के अलावा केरल सरकार के पर्यटन मंत्री एडवोकेट पीए मोहम्मद रियास भी शामिल हुए।
आगंतुकों के अनुभव को बढ़ाने के लिए विझनजाम लाइटहाउस में कई पर्यटन सुविधाएं विकसित की गई हैं। इनमें बच्चों का खेल क्षेत्र, एक एक्यूप्रेशर मार्ग और एक संगीतमय फव्वारा शामिल हैं। एक लिफ्ट की सुविधा स्थापित की गई है, जिससे दिव्यांगजन और वरिष्ठ नागरिक लाइटहाउस के ऊपर से मनोरम दृश्य का आनंद ले सकें। परिवहन में आसानी के लिए बैटरी से चलने वाली कारों का भी उपयोग किया जा रहा है, खास तौर से वृद्धजनों और दिव्यांगजनों के लिए। नई सुविधाओं के जुड़ने से, आने वाले महीनों में लगभग 15,000 की औसत मासिक संख्या बढ़ने की संभावना है।
दूरदर्शी एमआईवी 2030 पहल के तहत, दीपस्तम्भ और दीपपोत महानिदेशालय पूरे भारत में लाइटहाउस पर्यटन को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है। इस पहल का उद्देश्य विरासत और समुद्री संग्रहालयों के विकास सहित वैकल्पिक उपयोगों के लिए मौजूदा लाइटहाउस सुविधाओं को पुनर्जीवित करना है। उल्लेखनीय परिवर्तनों में चेन्नई-अलेप्पी, कन्नूर में लाइटहाउस शामिल हैं, केरल में विझनजाम, थंगासेरी, वाइपिन और ओडिशा में चंद्रभागा। इसके अलावा, समुद्री अमृत काल विजन 2047 का उद्देश्य लाइटहाउस को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना, स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करना है।