महंगाई के माेर्चे पर आम लोगों को राहत देने वाली खबर है। रोजाना की जरूरत वाला समान, खाद्य पदार्थों और सब्जियों के सस्ता होने कारण थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित थोक महंगाई दर अगस्त महीने में घटकर 1.31 फीसदी पर आ गई है जो पिछले चार महीने का निचला स्तर है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने आज मंगलवार को जारी आंकड़ों में बताया कि सब्जियों और खाद्य पदार्थों के सस्ते होने से थोक महंगाई दर अगस्त महीने में घटकर 1.31 फीसदी रही है। पिछले महीने जुलाई में थोक महंगाई दर घटकर 2.04 फीसदी पर थी। अप्रैल में थोक महंगाई दर 1.26 फीसदी थी। थोक महंगाई दर में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है।
आंकड़ों के मुताबिक खाद्य वस्तुओं की महंगाई अगस्त में 3.11 फीसदी रही, जबकि जुलाई में यह 3.45 फीसदी थी। सब्जियों की कीमतों की दर में अगस्त में 10.01 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि जुलाई में यह 8.93 फीसदी थी। हालांकि, आलू और प्याज की महंगाई अगस्त में क्रमश: 77.96 फीसदी और 65.75 फीसदी के उच्चतम स्तर पर बनी रही। लेकिन, ईंधन और बिजली श्रेणी में महंगाई जुलाई में 1.72 फीसदी के मुकाबले अगस्त महीने में 0.67 फीसदी पर आ गई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते एनएसओ की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार सब्जियों की बढ़ती कीमतों के कारण अगस्त महीने में खुदरा महंगाई दर 3.65 फीसदी रही थी, जबकि जुलाई महीने में ये 3.54 फीसदी पर थी। हालांकि, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने मौद्रिक नीति तैयार करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई दर( 2 से 6) फीसदी के दायरे में रहने की संभावना जताई है।