नववर्ष के पहले ही दिन अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अच्छी खबर सामने आई है। दिसंबर में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह में सालाना आधार पर 10 फीसदी का उछाल सामने आया है। दिसंबर में राजस्व संग्रह बढ़ कर करीब 1.64 लाख करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में यह 1.49 लाख करोड़ रुपये रहा था। लगातार सातवें महीने जीएसटी राजस्व संग्रह 1.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
वित्त मंत्रालय के अनुसार दिसंबर में जीएसटी राजस्व संग्रह सलाना आधार पर 10 फीसदी बढ़कर करीब 1.64 लाख करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की समान अवधि में जीएसटी संग्रह 1.49 लाख करोड़ रुपये रहा था। हालांकि, नवंबर में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.67 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा था। यह लगातार सातवां महीना है, जिसमें 1.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक का जीएसटी राजस्व संग्रह हुआ है।
मंत्रालय के अनुसार अप्रैल-दिसंबर, 2023 की अवधि में सकल जीएसटी राजस्व संग्रह 12 फीसदी की मजबूत वृद्धि के साथ 14.97 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 13.40 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस तरह चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले नौ महीने की अवधि में औसत मासिक जीएसटी राजस्व संग्रह 1.66 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि में दर्ज 1.49 लाख करोड़ रुपये के औसत जीएसटी संग्रह से 12 फीसदी अधिक है।
दिसंबर में सकल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,64,882 करोड़ रुपये में से सीजीएसटी 30,443 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 37,935 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 84,255 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 41,534 करोड़ रुपये सहित) है। इसके अलावा उपकर के रूप में 12,249 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 1,079 करोड़ रुपये सहित) का संग्रह हुआ है।