प्रतिक्रिया | Saturday, July 27, 2024

13/11/23 | 3:01 pm

उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसा : सुरंग में फंसे सभी 40 लोग सुरक्षित, जल्द निकाले जाने की उम्मीद

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री हाइवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल में 35 घंटों से फंसी 40 जिंदगियों की बचाने की जंग जारी है। रविवार देर रात्रि इस बारे में राहत भरी खबर आई। राहत और बचाव कार्यों में लगी टीमों से मजदूरों की बात हुई। उन्होंने उनसे खाने की मांग की। इसके लिए उन्हें पाइपलाइन से चने के पैकेट भी भेजे गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सुबह उत्तरकाशी पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बारे में लगातार अपडेट ले रहे हैं।

टनल में फंसे मजदूरों तक दूरी लगभग 60 मीटर

सिलक्यारा कंट्रोल रूम ने बताया कि रविवार रात्रि को वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे लोगों से संपर्क हुआ। इस दौरान सभी की कुशलता बताई गई। उन्होंने खाने की मांग की, जिन्हें पाइप के थ्रू खाना भिजवाया जा रहा है। टनल में हुए भू धंसाव के कारण फंसे मजदूरों तक दूरी लगभग 60 मीटर है।

पानी की पाइपलाइन से भेजा चना-चबैना और ऑक्सीजन 

जिला अधिकारी अभिषेक रुहेला ने बताया कि टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति निरंतर जारी है। इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चना-चबैना के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे मजदूरों तक भेजे गए हैं।

वॉकी-टॉकी से हुआ संपर्क, सभी मजदूर सुरक्षित 

फिलहाल मलबा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को लगाया गया है। वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क हुआ। फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए हैं।

मलबा हटाने का कार्य युद्ध-स्तर पर जारी

इधर उपजिला अधिकारी डुंडा बृजेश तिवारी और सीओ प्रशांत कुमार ने बताया कि मशीन के द्वारा कैविटी से आए हुए मलबे के ऊपर शर्ट कटिंग कर रहे थे, लेकिन वह सफल नहीं हो पा रहा है। अब शर्ट कटिंग मशीन को टनल से बाहर लाया गया है। उसकी वॉशिंग चल रही है और वहां पर लोडर लगाकर फिर से मलबा को कैविटी वाले एरिया से 30-40 मीटर पीछे लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए मलबा हटाने का कार्य निरंतर चल रहा है। मलबा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है। 

राहत के लिए 24 घंटे अधिकारियों की लगाई ड्यूटी  

डीएम अभिषेक रुहेला ने राहत और बचाव अभियान में समन्वय के लिए 24 घंटे अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। रविवार रात के शिफ्ट में इस काम का समन्वय देख रहे जल संस्थान के प्रभारी अधिशासी अभियंता दिवाकर डंगवाल ने तड़के टनल से बाहर आने पर बताया कि मलबा हटाने का कार्य तेजी से जारी है। रात में फंसे मजदूरों तक संपर्क स्थापित करने और उन तक भोजन और ऑक्सीजन की आपूर्ति करने की कवायद अनेक बार की गई है।

प्रधानमंत्री मोदी सीएम धामी से लगातार ले रहे हैं अपडेट 

बीते रविवार सुबह से टनल में फंसे 40 जिंदगियों को बचाने की जद्दोजहद जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं मजदूरों की कुशलता को लेकर के मुख्यमंत्री से अपडेट ले रहे हैं। इसके अलावा जिले के आला अधिकारी भी इस पूरे रेस्क्यू पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। 

इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री धामी सोमवार को घटनास्थल सिलक्यारा टनल पहुंचे। उन्होंने निर्माणाधीन टनल में हुए भू-धंसाव का निरीक्षण किया। उन्होंने बचाव कार्य के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल संचालन और फंसे हुए श्रमिकों के यथाशीघ्र सकुशल बाहर निकालने के लिए स्वयं घटनास्थल पर अधिकारियों एवं बचाव दल के बीच मौजूद रहे।

सीएम धामी बोले- सुरंग में फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, जिसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने राहत और बचाव अभियान में जुटे अधिकारियों और विभिन्न एजेंसियों को परस्पर बेहतर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य पूरी तेजी से चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभियान के लिए बाहर से जिस तरह की भी सामग्री और विशेषज्ञता की आवश्यकता होगी, उसे सरकार शीघ्र उपलब्ध कराएगी।

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आखरी अपडेट: 27th Jul 2024