भारत का कोयला क्षेत्र देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ रोजगार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़े बताते हैं कि भारत सरकार के कोयला उत्पादक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) विशेष रूप से कोल इंडिया लिमिटेड और एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने सामूहिक रूप से 369,053 व्यक्तियों को रोजगार दिया, जिनमें 128,236 संविदा कर्मचारी शामिल हैं।
कोयला मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष में 6 मार्च तक देश का कोयला उत्पादन 900 मिलियन टन तक पहुंच गया। इसके आधार पर चालू वित्त वर्ष में 1 बिलियन टन कोयला उत्पादन होने का अनुमान है।
हाल के वर्षों में कोल इंडिया लिमिटेड और इसकी सहायक कंपनियों द्वारा 2014 से फरवरी 2024 तक व्यापक भर्ती मुहिम चलाकर अपने कार्यबल में 59,681 कर्मियों को जोड़ा गया। इसी प्रकार, एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने इसी अवधि के दौरान 4,265 व्यक्तियों की भर्ती की है।
कोल इंडिया लिमिटेड और इसकी सहायक कंपनियों द्वारा मिशन मोड भर्ती पहल के तहत 5,711 व्यक्तियों को भर्ती करने के साथ चालू वित्तीय वर्ष में भर्ती प्रयासों में और तेजी देखने को मिली है। समवर्ती रूप से, एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने इसी अवधि के दौरान 661 कर्मियों की भर्ती की है, जो रोजगार की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण को दर्शाता है।