प्रतिक्रिया | Saturday, July 27, 2024

01/03/24 | 3:00 pm

नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप की 66वीं बैठक में 5 इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का किया गया मूल्यांकन

पीएम गतिशक्ति के तहत ‘नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप’ की 66वीं बैठक में 5 इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स  का मूल्यांकन किया गया। ‘नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप’ ने 3 सड़क मार्गों और 2 रेल परियोजनाओं का मूल्यांकन किया। इस मीटिंग में पीएम गतिशक्ति एनएमपी पर योजना और मैपिंग के आधार पर परियोजना विवरण की जांच की गई। बैठक में विभिन्न आर्थिक एवं सामाजिक नोड्स के साथ कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के उद्देश्य से चर्चा की गई, ताकि पहली और अंतिम मील कनेक्टिविटी और संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण के परिप्रेक्ष्य में मल्टी-मॉडल बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित किया जा सके।

वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा आज जारी एक बयान में बताया कि राजीव सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में शुक्रवार (27 फरवरी) को नई दिल्ली में नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) की 66 वीं बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की 3 और रेल मंत्रालय की 2 परियोजनाओं का मूल्यांकन किया गया। 

3 सड़क मार्गों का किया मूल्यांकन 

बता दें कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की पहली परियोजना आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग 216एचके उन्नयन से संबंधित है। यह ब्राउनफील्ड परियोजना लगभग 120.85 किलोमीटर लंबी है, जो पेडाना को लक्ष्मीपुरम से जोड़ती है। मंत्रालय की दूसरी परियोजना इंदौर शहर के चारों ओर एक बाईपास उपलब्ध कराने से संबंधित है। यह परियोजना मध्य प्रदेश के धार, इंदौर और देवास जिलों से गुजरने वाली 141 किलोमीटर लंबी एक ग्रीनफील्ड परियोजना है।

तीसरी परियोजना गुवाहाटी शहर के चारों ओर लगभग 64 किलोमीटर लंबी रिंग रोड के निर्माण से संबंधित है। इस प्रस्ताव में जोराबाट में एक ऊंचा ढांचा और ब्रह्मपुत्र नदी पर एक नए पुल का निर्माण शामिल है। मंत्रालय ने जानकारी दी, यह परियोजना गुवाहाटी शहर और कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले के प्रमुख जंक्शनों पर होने वाली भीड़भाड़ को कम करने में योगदान देगी, जिसके फलस्वरूप यात्रा में लगने वाले समय और वाहन संचालन लागत में कमी होने के साथ-साथ, भीड़भाड़ का समाधान निकलेगा और कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

 2 रेल परियोजनाओं का हुआ मूल्यांकन 

वहीं, नई ब्रॉड गेज लाइन परियोजना एक ग्रीनफील्ड पहल के रूप में सामने आ रही है, जो महाराष्ट्र (नासिक और धुले जिले) और मध्य प्रदेश (बडवानी, खरगोन, धार, इंदौर जिले) में 309 किमी की दूरी तय करेगी। यह मनमाड और डॉ. अंबेडकर नगर (महू) के मौजूदा रेलवे हेड स्टेशनों को परस्पर जोड़ती है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की फाफामऊ-ऊंचाहार रेलवे लाइन की दोहरीकरण परियोजना इलाहाबाद, प्रतापगढ़ और रायबरेली जिले में 72.27 किमी की दूरी तय करेगी। बता दें कि इस ब्राउनफील्ड परियोजना का उद्देश्य कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना, यात्रा के समय को कम करना और परिचालन दक्षता को बढ़ाना है।

इस दौरान नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप ने राष्ट्र निर्माण में इन प्रोजेक्ट्स की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। ये परियोजनाएं विभिन्न तरीकों को एकीकृत करती हैं तथा महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक लाभ प्रदान करने के साथ-साथ संबंधित क्षेत्रों के व्यापक विकास में योगदान देती हैं।
 

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आखरी अपडेट: 27th Jul 2024