केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विकसित भारत @2047 पहल पर गहन चर्चा के लिए आईआईएम जम्मू (IIM Jammu) के संकाय सदस्यों और छात्र समुदाय से गुरुवार को बातचीत की। इसका पहल का उद्देश्य वर्ष 2047 तक देश में शैक्षिक और कौशल विकास के संभावनाओं को मूर्त रूप देना है। छात्रों के साथ चर्चा का दौरान धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वेलफेयरिज्म मॉडल एक केस स्टडी है। अगले 25 वर्षों में सभी की भागीदारी से हमें विकसित भारत @2047 के लक्ष्य को साकार करना है।
28 दिसंबर को अपनी जम्मू यात्रा के दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आईआईएम जम्मू के जगती परिसर (IIM Jammu’s Jagti campus) के निर्माण की प्रगति का विस्तृत मूल्यांकन किया। उन्होंने संस्थान में अत्याधुनिक पुस्तकालय का भी दौरा किया और एक व्यापक शिक्षण ईकोसिस्टम प्रदान करने के लिए वहां उपलब्ध उन्नत सुविधाओं की सराहना की।
इस अवसर पर प्रधान ने पीएम मोदी के शासन दर्शन, समाज के निचले पायदान पर मौजूद लोगों के उत्थान के दृष्टिकोण, सबका साथ-सबका विकास मॉडल, मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा देने और भारतीयता से गौरव, प्रेरणा और आत्मविश्वास प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर देने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
धर्मेंद्र प्रधान ने एक्स (x) पर कहा
अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स (x) पर एक पोस्ट में शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा की आईआईएम जम्मू के छात्रों और संकाय के साथ विकसित भारत @2047 के विजन के आइडिया पर व्यावहारिक बातचीत और विचारों का आदान-प्रदान किया।
https://x.com/dpradhanbjp/status/1740269851766095976?s=20
पीएम मोदी का वेलफेयरिज्म मॉडल एक केस स्टडी
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी का वेलफेयरिज्म मॉडल एक केस स्टडी है। उन्होंने इंस्टिट्यूट संस्थान के छात्रों और संकाय सदस्यों को इसकी सूक्ष्मता से जांच करने के साथ-साथ जम्मू और कश्मीर के अद्वितीय प्रस्तावों और संभावनाओं पर दीर्घकालिक केस स्टडी के साथ आने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने आने वाले 25 वर्षों के महत्व पर भी जोर दिया जब सबके प्रयास के साथ, विकसित भारत @2047 का लक्ष्य साकार होगा।
AI के महत्त्व का किया उल्लेख
छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए, उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहल का उल्लेख किया, जिसे सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के एक हिस्से के रूप में शिक्षा तक समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए योजना बना रही है और लागू कर रही है। बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री ने शिक्षा के समग्र विकास में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व का भी उल्लेख किया।