प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नौसेना दिवस के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं दी हैं। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया कि हमारे समुद्रों की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता कर्तव्य के प्रति उनके अटूट समर्पण और हमारे राष्ट्र के प्रति प्रेम का प्रमाण है। हर परिस्थिति में उनका जज्बा और संकल्प अटल रहता है। हम उनकी सेवा और बलिदान के लिए सदैव आभारी हैं। नौसेना दिवस के अवसर पर महाराष्ट्र, सिंधुदुर्ग में भारतीय नौसेना परिचालन प्रदर्शन 2023 कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा हैं। पीएम मोदी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार द्वारा आयोजित कार्यक्रम को केंद्र तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, सैन्य गणमान्य व्यक्ति और स्थानीय लोग तारकर्ली समुद्र तट से देखेंगे। इस आयोजन का उद्देश्य हमारे समृद्ध समुद्री इतिहास का उत्सव मनाना तथा उसका महिमामंडन करना और औपनिवेशिक प्रथाओं को त्यागना है।
पीएम मोदी ने एक्स पर कहा
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (x) पर एक पोस्ट में साझा किया, “नौसेना दिवस पर, भारतीय नौसेना के सभी कर्मियों को शुभकामनाएं। हमारे समुद्रों की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता कर्तव्य के प्रति उनके अटूट समर्पण और हमारे राष्ट्र के प्रति प्रेम का प्रमाण है। हर परिस्थिति में उनका जज्बा और संकल्प अटल रहता है। हम उनकी सेवा और बलिदान के लिए सदैव आभारी हैं।
मैं आज बाद में महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में नौसेना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उत्सुक हूं। इस स्थान का छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ घनिष्ठ संबंध है, जिनके एक मजबूत नौसेना बनाने के प्रयास सर्वविदित हैं।”
https://x.com/narendramodi/status/1731557997200171323?s=20
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में नौसेना दिवस कार्यक्रम
भारतीय नौसेना की भूमिका को स्वीकार करने और 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान 'ऑपरेशन ट्राइडेंट' में उसकी उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए भारत हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस के रूप में मनाता है। ओप डेमो (Op Demo) का आयोजन कर्मियों की वीरता तथा साहस और विपरीत परिस्थितियों में असंभव को हासिल करने के उनके संकल्प का उत्सव मनाने के लिए किया जा रहा है। भारत के पश्चिमी समुद्र तट पर प्रतिष्ठित सिंधुदुर्ग किले में जहाजों और विमानों द्वारा नौसेना संचालन के एक स्पेक्ट्रम को कवर करते हुए 'ऑपरेशनल प्रदर्शन' के माध्यम से अपनी परिचालन कौशल और क्षमताओं का प्रदर्शन करेगी।
कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण
ज्ञात हो कि मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा वर्ष 1660 में निर्मित सिंधुदुर्ग किला भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास को गौरवान्वित करता है और नौसेना की अपनी अग्रणी संपत्तियों के साथ परिचालन प्रदर्शन करने की आवश्यकता को भी पूरा करता है। इस कार्यक्रम में प्रमुख आकर्षण के रूप में मिग 29के तथा एलसीए नौसेना के 40 विमानों के साथ 20 युद्धपोतों की भागीदारी होगी, साथ ही भारतीय नौसेना के समुद्री कमांडो द्वारा युद्धक समुद्र तट टोही और हमले का डेमो भी शामिल होगा। अन्य प्रमुख आकर्षणों में नौसेना बैंड का प्रदर्शन, निरंतरता ड्रिल और एससीसी कैडेटों द्वारा हॉर्न पाइप नृत्य शामिल हैं। यह आयोजन सिंधुदुर्ग किले में लेजर शो के बाद लंगरगाह पर जहाजों की रोशनी के साथ समाप्त होगा।
बता दें कि सिंधुदुर्ग किले का स्थान मुंबई से 550 किमी और गोवा नौसेना स्टेशन से लगभग 135 किमी दूर है। इन आयोजनों को प्रदर्शित करने के लिए राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ नौसेना द्वारा हरसंभव प्रयास किए गए हैं।