प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को एक बार फिर बंगाल जाएंगे। इससे पहले एक मार्च को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगाल गए थे और हुगली जिले के आरामबाग और नदिया जिले के कृष्ण नगर में दो दिनों के दौरान दो जनसभाओं और दो सरकारी कार्यक्रमों में भाग लिया था। इसके बाद अब पीएम मोदी बुधवार 6 मार्च को एक बार फिर कोलकाता में होंगे। इसी दौरान प्रधानमंत्री सुबह करीब 10:15 बजे कोलकाता में 15 हजार 400 करोड़ रुपये की कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था
ज्ञात हो, इस सिलसिले में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना के बारासात में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा में तैनात रहने वाली एसपीजी ने कार्यक्रम स्थल को अपने कब्जे में ले लिया है और सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है। जिला पुलिस के अधिकारी भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं।
नदी के नीचे चलने वाली देश की पहली मेट्रो सेवा का पीएम करेंगे उद्घाटन
इनमें सबसे महत्वपूर्ण हुगली (गंगा) नदी के नीचे चलने वाली देश की पहली मेट्रो सेवा सहित कोलकाता मेट्रो रेलवे की तीन परियोजनाएं शामिल हैं, जिसका प्रधानमंत्री उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री उसी दिन उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
मेट्रो रेलवे की तीन परियोजनाओं का भी करेंगे उद्घाटन
महानगर में लोगों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए प्रधानमंत्री जिन तीन नए मार्ग पर मेट्रो सेवाओं का शुभारंभ करेंगे, उनमें कोलकाता मेट्रो के हावड़ा मैदान-एस्पलेनेड खंड, कवि सुभाष-हेमंत मुखोपाध्याय खंड और तारातला-माझेरहाट मेट्रो खंड (जोका-एस्पलेनेड लाइन का हिस्सा) शामिल है। प्रधानमंत्री इन खंडों पर मेट्रो ट्रेन सेवाओं को हरी झंडी दिखाएंगे।
मेट्रो रेलवे के ये खंड सड़क यातायात को कम करने और निर्बाध, आसान तथा आरामदायक कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद करेंगे। इनमें 4.8 किलोमीटर लंबी हावड़ा मैदान- एस्प्लेनेड मेट्रो खंड देश की पहली ऐसी मेट्रो परियोजना हैं, जिसमें हुगली नदी के नीचे सुरंगें तैयार की गई हैं। भारत की किसी भी नदी के नीचे यह पहली परिवहन सुरंग है। नदी सुरंग की लंबाई 520 मीटर है। अप व डाउन लाइन के लिए दो सुरंगें तैयार की गई है। मेट्रो को नदी पार करने में एक मिनट से कम का समय लगेगा। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि यह देश की सबसे गहरी सुरंग है, क्योंकि गंगा नदी के नीचे 30 मीटर गहरी सुरंग बनाई गई है, जिसमें से मेट्रो गुजरेगी।