केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत देशभर में 14.17 करोड़ मुफ्त एलपीजी रिफिल उपलब्ध कराए हैं। राज्यसभा में लिखित जवाब में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय में राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने यह जानकारी दी कि अक्टूबर 2023 तक देश में गरीब परिवारों को 9.8 करोड़ पीएमयूवाई कनेक्शन प्रदान किए गए हैं, जिसमें अक्टूबर 2023 तक राजस्थान में 69.26 लाख कनेक्शन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि देश भर में 14.17 करोड़ मुफ्त रिफिल वितरित किए गए हैं। यह योजना देशभर के गरीब परिवारों को स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन उपलब्ध कराने के लिए मई 2016 में शुरू की गई थी।
रामेश्वर तेली ने बताया कि भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60% से अधिक आयात करता है। देश में एलपीजी की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत से जुड़ी हुई है। हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी के लिए उपभोक्ता के लिए प्रभावी मूल्य को नियंत्रित करना जारी रखती है। डीबीटीएल (पहल) योजना, 2014 के कार्यान्वयन के बाद, घरेलू एलपीजी सिलेंडर का खुदरा बिक्री मूल्य (आरएसपी) बाजार में सभी उपभोक्ताओं के लिए समान है।
मई, 2016 में शुरू हुई थी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
दरअसल पहल योजना के तहत, घरेलू एलपीजी सिलेंडर गैर-सब्सिडी वाले मूल्य पर बेचे जाते हैं और उपभोक्ताओं को लागू सब्सिडी सीधे उपभोक्ताओं के बैंक खाते में स्थानांतरित की जाती है। बता दें कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) देश भर के गरीब परिवारों को स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मई, 2016 में शुरू की गई थी।
गरीब परिवारों को मिले 9.8 करोड़ पीएमयूवाई कनेक्शन
पीएमयूवाई के तहत गरीब परिवारों की वयस्क महिलाओं को जमा मुक्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान किया जाता है। रामेश्वर तेली ने बताया कि, अक्टूबर 2023 तक देश में गरीब परिवारों को 9.8 करोड़ पीएमयूवाई कनेक्शन प्रदान किए गए हैं, जिसमें अक्टूबर 2023 तक राजस्थान में 69.26 लाख कनेक्शन शामिल हैं। इसके अलावा, तेली ने संसद को सूचित किया कि सरकार ने अप्रैल 2020 से दिसंबर 2020 तक प्रधान मंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत पीएमयूवाई लाभार्थियों को तीन मुफ्त रिफिल भी दिए हैं, जिसके परिणामस्वरूप देश भर में 14.17 करोड़ मुफ्त रिफिल वितरित किए गए हैं।