आईसीसी ने साउथ अफ्रीका और भारत के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के वेन्यू यानी न्यूलैंड्स पिच को लेकर मंगलवार को अपना बयान जारी किया है। आईसीसी ने इसे क्रिकेट के लिहाज से घटिया पिच बताई है। यह मैच दो दिन से भी कम समय में ही खत्म हो गया था। यह टेस्ट मैच 147 साल के क्रिकेट इतिहास में अब तक का सबसे छोटा टेस्ट मैच था। भारत ने इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को दूसरे दिन ही सात विकेट से हराकर सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल कर ली। टेस्ट मैच में कुल 33 विकेट गिरे, इसके बाद इस पिच जमकर आलोचना हुई थी। इन आलोचनाओं के बीच अब आईसीसी ने इस पिच पर अपना फैसला सुनाया है।
मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने रिपोर्ट आईसीसी को सौंपी
आईसीसी ने भारत और साउथ अफ्रीका के बीच केपटाउन के न्यूलैंड्स क्रिकेट स्टेडियम की पिच को असंतोषजनक करार दिया है। इस मुकाबले में केवल 107 ओवर यानी 642 गेंदें फेंकी ही गई थी। आईसीसी के मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने केपटाउन में खेले गए न्यूलैंड्स स्टेडियम की पिच को लेकर अपनी रिपोर्ट क्रिकेट की शीर्ष संस्था को सौंप दी है।
पिच को असंतोषजनक माना
क्रिस ब्रॉड ने अपनी रिपोर्ट में पिच को असंतोषजनक माना है। उन्होंने कहा, ”केपटाउन के न्यूलैंड्स क्रिकेट स्टेडियम की पिच पर बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल था। पूरे खेल के दौरान गेंदें तेजी और अचानक से उछली। इससे बल्लेबाजों के लिए शॉट खेलना मुश्किल हो गया। मैच के दौरान कई गेंदें बैट्मैन के दस्तानों पर लगी। पिच में असमान उछाल के कारण इतने सारे विकेट गिरे।”
अगर ऐसा हुआ तो लग जाएगा बैन
आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया में यदि किसी पिच या आउटफील्ड को घटिया स्तर का दर्जा दिया जाता है, तो उस स्थान को डिमेरिट पॉइंट दिए जाते हैं। इस तरह से न्यूलैंड्स की पिच को एक डिमेरिट अंक दिया गया है। बता दें कि आईसीसी के अनुसार, यदि कोई स्थान 6 डिमेरिट अंक तक पहुंच जाता है, तो उसे 12 महीने के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से निलंबित कर दिया जाता है। 12 डिमेरिट अंक के मामले में जुर्माना 24 महीने का है। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के पास प्रतिबंध के खिलाफ अपील करने के लिए 14 दिन का समय है।