साझा सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने और दो मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2 से 15 जनवरी 2024 तक चलने वाले भारत-यूएई के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास 'डेजर्ट साइक्लोन' की राजस्थान में शुरुआत हो चुकी है।
भारत-यूएई संयुक्त सैन्य अभ्यास 'डेजर्ट साइक्लोन' के पहले संस्करण में भाग लेने के लिए 45 कर्मियों वाली यूनाइटेड अरब अमीरात लैंड फोर्सेज की टुकड़ी भारत पहुंची है। यूएई दल का प्रतिनिधित्व जायद फर्स्ट ब्रिगेड के सैनिकों द्वारा किया जा रहा है। जबकि 45 कर्मियों वाली भारतीय सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट की एक बटालियन द्वारा किया जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार इस अभ्यास का उद्देश्य यूनाइटेड नेशन्स चार्टर ऑन पीस कीपिंग ऑपरेशंस के चैप्टर VII के तहत रेगिस्तानी/अर्ध रेगिस्तानी इलाके में निर्मित क्षेत्र (एफआईबीयूए) में लड़ाई सहित उप-पारंपरिक संचालन में अंतर-संचालनीयता को बढ़ाना है।
मंत्रालय के अनुसार अभ्यास 'डेजर्ट साइक्लोन' के दौरान अभ्यास किए जाने की योजना में एक संयुक्त निगरानी केंद्र की स्थापना, घेरा और खोज अभियान, निर्मित क्षेत्र का प्रभुत्व और हेलिबोर्न संचालन शामिल हैं। यह अभ्यास सहयोगात्मक साझेदारी को भी बढ़ावा देगा और दोनों पक्षों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में मदद करेगा। अभ्यास 'डेजर्ट साइक्लोन' भारत और यूएई के बीच दोस्ती और विश्वास को और मजबूत करने का प्रतीक है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व बीते वर्ष अगस्त में दोनों देशों की नौसेना एक संयुक्त युद्धाभ्यास कर चुकी है। इस युद्धाभ्यास में भारतीय नौसेना के आईएनएस विशाखापत्तनम और आईएनएस त्रिखंड ने हिस्सा लिया था।