प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) ने इस वर्ष 1000 करोड़ रुपये की औषधि विक्रय करके देश में जेनेरिक दवाओं के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1000 करोड़ रुपये की बिक्री का लक्ष्य पूरा किया। रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने बताया लोगों ने देश के 785 से अधिक जिलों में स्थित जन औषधि केंद्रों से दवाएं खरीदकर लगभग 5000 करोड़ रुपये की बचत की है। इस सफलता का श्रेय मंत्रालय ने देश के नागरिकों को दिया जिनके सहयोग से यह संभव हुआ। केंद्र सरकार ने इस दिशा में आगे बढ़ते हुए मार्च, 2026 तक देश भर में 25,000 जनऔषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा है।
पिछले 9 वर्षों में इस परियोजना से लगभग 25000 करोड़ रुपये की बचत हुई है
बुधवार को एक बयान में रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में जनऔषधि केंद्रों की संख्या में 100 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है, जबकि वर्ष 2014 में इन केंद्रों की संख्या केवल 80 थी। अब देश के लगभग सभी जिलों को कवर करते हुए करीब 10000 केंद्र हो गए हैं। यही नहीं पिछले 9 वर्षों में इस परियोजना से लगभग 25000 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
पीएम मोदी ने की थी देश भर में 25,000 PMBJP खोलने की घोषणा
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वतंत्रता दिवस, 2023 के भाषण में देश भर में 25,000 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (PMBJP) खोलने की घोषणा की थी। पीएम मोदी ने 30 नवंबर, 2023 को झारखंड के देवघर में एम्स में 10,000वें जनऔषधि केंद्र का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। इससें देश के आम लोगों तक व्यापक पहुंच तथा जेनेरिक दवाओं की आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए केंद्रों की संख्या 25,000 तक ह गयी हैं।
देश भर में 10,000 से अधिक कामकाजी जनऔषधि केंद्र
मंत्रालय ने बताया कि PMBJP के तहत, देश भर में 10,000 से अधिक कामकाजी जनऔषधि केंद्र स्थापित किये गए हैं। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के उत्पाद समूह में 1963 दवाएं तथा 293 सर्जिकल उपकरण शामिल हैं, जो सभी प्रमुख चिकित्सीय समूहों जैसे कार्डियोवास्कुलर, कैंसर रोधी, एनिट-डायबिटीज, संक्रमण रोधी, एलर्जी रोधी, गैस्ट्रो-आंत्र दवाएं, न्यूट्रास्यूटिकल्स आदि को कवर करते हैं।
पांच गोदाम बनाए गए हैं
इसके लिए गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, गुवाहाटी और सूरत में पांच गोदाम बनाए गए हैं। ये सभी एसएपी आधारित इन्वेंट्री प्रबंधन प्रणाली द्वारा कार्यान्वित हैं। इसके अलावा, दूरदराज तथा ग्रामीण क्षेत्रों में दवाओं की आपूर्ति को पूरा करने के लिए देश भर में 36 डिस्ट्रीब्यूटर कार्यरत हैं। पीएमबीजेपी ने प्रतिरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से अपने उत्पाद समूह में कई आयुर्वेदिक प्रॉडक्ट्स को भी जोड़ा है और यह लोगों के लिए किफायती दामों पर आसानी से उपलब्ध हैं।
सरकार का मार्च, 2026 तक देश भर में 25,000 जनऔषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य
देश में सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं के लाभ को लोगों आसानी से पहुंचाने के लिए तक केंद्र सरकार ने इस दिशा में आगे बढ़ते हुए मार्च, 2026 तक देश भर में 25,000 जनऔषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा है। पीएम मोदी की घोषणा में किये गए वायदे को पूरा करते हुए पीएमबीआई की आधिकारिक वेबसाइट अर्थात; – www.janaushadi.gov.in माध्यम से देश के सभी जिलों में नए जनऔषधि केंद्र खोलने के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। इस बारे में किसी भी तरह की जानकारी के लिए कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय टोल-फ्री नंबर यानी कि 1800 180 8080 के माध्यम से संपर्क कर सकता है।