अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन के बीच सीधा मुकाबला होगा। बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी 52 वर्षीय निक्की हेली को चुनावी दौड़ से बाहर कर दिया है,लेकिन वह किसी भी अन्य रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी की तुलना में लंबे समय तक 77 वर्षीय ट्रंप के सामने टिकी रहीं। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि अब मैं राष्ट्रपति के चुनाव में अपने चुनावी अभियान का निलंबन कर दूं। इसके साथ ही उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को जीत के लिए बधाई दी।
सुपर ट्यूजडे के चुनाव बाद ट्रंप के पास 893 डेलीगेट हो गए हैं, जबकि हेली को 66 डेलीगेट का समर्थन है। पार्टी उम्मीदवारी के लिए कम से कम 1215 डेलीगेट की जरूरत होती है।
डेमोक्रेट प्राइमरी चुनावों में जो बाइडन की धूम
वहीं, जो बाइडन को प्राइमरी चुनाव में किसी भी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा और उन्होंने अभी तक सभी डेमोक्रेट प्राइमरी चुनावों में कामयाबी हासिल की। जिसका मतलब साफ है कि डेमोक्रेटिक नामांकन के लिए बाइडन के सामने अन्य नेता मैदान में नहीं है। ऐसे में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में बाइडन के सामने ट्रंप एक बार फिर से देखे जा सकेंगे।
डेमोक्रेटिक पार्टी में राष्ट्रपति बाइडन के सामने चुनौती न होने से उन्होंने सुपर ट्यूजडे में लगभग सभी नामांकन हासिल किए। लेकिन मिनेसोटा में 19 प्रतिशत मतदाताओं ने इजरायल के समर्थन पर बाइडन के विरोध में 'अप्रतिबद्ध' वोट दिया। इसके अलावा अलबामा, कोलोराडो, आयोवा, मैसाच्युसेट्स, उत्तरी कैरोलिना और टेनेसी राज्यों में भी मतदाताओं ने अप्रतिबद्ध श्रेणी में वोट देकर अपना विरोध दर्ज कराया है।