केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि सड़क सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और 2030 तक दुर्घटना से होने वाली मौतों को 50 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य है।
नितिन गडकरी आज, 16 जनवरी को यहां 'सड़क सुरक्षा पर सीआईआई राष्ट्रीय सम्मेलन – भारतीय सड़कें@2030 – सुरक्षा के मापदंड को और ऊंचा करते हुए' (Raising the Bar of Safety) को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा की 'सड़क सुरक्षा के 4ई' – अभियांत्रिक (सड़क और वाहन अभियांत्रिक) – प्रवर्तन – शिक्षा और आपातकालीन चिकित्सा सेवा को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ सामाजिक व्यवहार में बदलाव लाना बहुत महत्वपूर्ण है। केंद्रीय परिवहन मंत्री ने सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाना के लिए सभी हितधारकों के सहयोग पर बल दिया।
गडकरी ने कहा कि सड़क दुर्घटना 2022 पर नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 4.6 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, इनमें 1.68 लाख लोगों की मौतें हुई हैं और 4 लाख लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं और 19 मौतें होती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है तथा सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप सकल घरेलू उत्पाद को 3.14 प्रतिशत की सामाजिक-आर्थिक हानि हुई है। गडकरी ने कहा कि 60 प्रतिशत मौतें 18 से 35 वर्ष के युवा वर्ग में होती हैं। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में हुई मृत्यु से एक परिवार में कमाने वाले का नुकसान, नियोक्ता के लिए पेशेवर नुकसान और अर्थव्यवस्था के लिए समग्र हानि है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कई 2030 तक सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों को 50 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि नागरिकों के बीच अच्छे यातायात व्यवहार के लिए पुरस्कार की व्यवस्था से नागपुर में सकारात्मक परिणाम मिले हैं।
नितिन गडकरी ने ड्राइवरों की नियमित आंखों की जांच पर बल दिया और संगठनों से अपने कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व के तहत इसके लिए मुफ्त शिविर आयोजित करने को कहा। उन्होंने कहा कि स्कूल, कॉलेजों के बीच शिक्षा और जागरूकता, एनजीओ, स्टार्ट-अप, प्रौद्योगिकी प्रदाताओं, आईआईटी, विश्वविद्यालयों, यातायात और राजमार्ग प्राधिकरणों के साथ सहयोग सड़क सुरक्षा के लिए अच्छी प्रथाओं को फैलाने का रास्ता है।