प्रतिक्रिया | Saturday, July 27, 2024

25/12/23 | 12:36 pm

सदैव अटल’ स्मारक पहुंचकर राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने दी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर श्रद्धांजलि

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती के दिन को देश सुशासन दिवस के रूप में मना रहा है। राजनेता और कवि और एक पत्रकार के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी ने अपनी एक अमिट छाप देशवासियों पर छोड़ी है। जन्मदिन के इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुष्पांजलि अर्पित करने सदैव अटल स्मारक पहुंचे। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष् जेपी नड्डा भी मौजूद रहे । केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर और अन्य नेताओं ने भी पूर्व प्रधानमंत्री को पुष्पांजलि अर्पित की।

मां भारती के लिए अटल जी का समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी बनेगा प्रेरणास्रोत: पीएम मोदी

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर देशवासियों तरफ से नमन किया। पीएम मोदी ने लिखा वे जीवनपर्यंत राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे। मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा। 

गृहमंत्री अमित शाह बोले सुशासन को सच कर दिखाया 

गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपने पोस्ट में 'पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर नमन किया,उन्होंने लिखा कि अटल जी ने निःस्वार्थ भाव से देश व समाज की सेवा की और भाजपा की स्थापना के माध्यम से देश में राष्ट्रवादी राजनीति को नई दिशा दी। जहां एक ओर उन्होंने परमाणु परीक्षण और कारगिल युद्ध में विश्व को उभरते भारत की शक्ति का एहसास करवाया, तो वहीं दूसरी ओर देश में सुशासन की कल्पना को सच कर दिखाया उनके विराट योगदान को देश हमेशा याद रखेगा।

अटल बिहारी वाजपेयी एक महान वक्ता थे, भारतीय जनसंघ और फिर भारतीय जनता पार्टी का लोकप्रिय चेहरा रहे। अठल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था और उन्हें तीन बार भारत के प्रधान मंत्री के रूप में चुना गया था।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का साहित्यिक दुनिया से था गहरा लगाव 

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का राजनीतिक और साहित्यिक पक्ष से दुनिया भली भांति परिचित है। सोशल मीडिया पर आज भी अटल बिहारी वाजपेयी की बातें हर उम्र के लोगों के दिलों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। चाहें संसद में उनकी राजनीतिक बातें हो या साहित्य के मंच पर उनकी कविताएं अटल बिहारी वाजपेयी की बातों में राष्ट्र प्रेम सर्वोपरि रहा।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के वे कथन जो आज भी दुनिया के लिए प्रसांगिक हैं 

  • सरकारें आएंगी, जाएंगी, पार्टियां बनेंगी, बिगड़ेंगी मगर ये देश रहना चाहिए।
  • मैं अपनी सीमाओं से परिचित हूं। मुझे अपनी कमियों का अहसास है। निर्णायकों ने अवश्य ही मेरी न्यूनताओं को नजरअंदाज करके मुझे निर्वाचित किया है। सद्भाव में अभाव दिखाई नहीं देता है। यह देश बड़ा है अद्भुत है, बड़ा अनूठा है। किसी भी पत्थर को सिंदूर लगाकर अभिवादन किया जा सकता है।”
  • व्यक्ति को सशक्त बनाने का अर्थ है राष्ट्र को सशक्त बनाना। और सशक्तिकरण का सबसे अच्छा काम तीव्र सामाजिक परिवर्तन के साथ तीव्र आर्थिक विकास है।”
  • हमारा लक्ष्य अनंत आकाश जितना ऊंचा हो सकता है, लेकिन हमारे मन में एक-दूसरे का हाथ थाम कर आगे बढ़ने का संकल्प होना चाहिए, क्योंकि जीत हमारी होगी।”
  • जीत और हार जीवन का हिस्सा है, जिसे समभाव से देखना चाहिए।”
  • “हिंसा किसी भी चीज में योगदान नहीं देती है।””निरक्षरता और निर्धनता का बड़ा गहरा संबंध है।”
  • आप मित्र बदल सकते हैं मगर पड़ोसी नहीं।””कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक फैला हुआ यह भारत एक राष्ट्र है, अनेक राष्ट्रीयताओं का समूह नहीं।  
  • इंसान बनो, केवल नाम से नहीं, रूप से नहीं, शक्ल से नहीं बल्कि हृदय से, बुद्धि से, ज्ञान से बनो।”
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आखरी अपडेट: 27th Jul 2024