प्रतिक्रिया | Monday, November 11, 2024

08/01/24 | 3:08 pm

हमारी सरकार ने किसानों की हर मुश्किल को आसान करने के लिए हरसंभव प्रयास किए : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज दोपहर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से संवाद किया। देश भर से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के हजारों लाभार्थी इस आयोजन में शामिल हुए। पीएम मोदी ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित भी किया। लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विकसित यात्रा का सबसे बड़ा मकसद है, कोई भी हक़दार सरकारी योजना के लाभ से छूटना नहीं चाहिए। कई बार जागरूकता की कमी और अन्य कारणों से भी  कुछ लोग सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते हैं। ऐसे लोगो तक पहुंचना हमारी सरकार अपना दायित्व समझती है। इसलिए यह मोदी की गारंटी की गाड़ी गांव-गांव जा रही हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से प्रत्येक किसान को कम से कम 30,000 रुपये के हस्तांतरण, पैक्स जैसे संगठनों के साथ कृषि में सहयोग को बढ़ावा देने का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने किसानों की हर कठिनाई को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किया है, जिसमें पीएसीएस, एफपीओ जैसे संगठनों के साथ कृषि क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना, भंडारण सुविधाओं में वृद्धि और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देना शामिल हैं। 

सरकार की ही नहीं बल्कि देश की यात्रा 

सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वीबीएसवाई ने हाल ही में 50 दिन पूरे किए हैं और लगभग 11 करोड़ लोगों से जुड़ चुका है। उन्होंने कहा, “विकास भारत संकल्प यात्रा न केवल सरकार की बल्कि देश की यात्रा बन गई है। विकसित यात्रा का सबसे बड़ा मकसद है, कोई भी हक़दार सरकारी योजना के लाभ से छूटना नहीं चाहिए। कई बार जागरूकता की कमी और अन्य कारणों से भी  कुछ लोग सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते हैं। ऐसे लोगों  तक पहुंचना हमारी सरकार अपना दायित्व समझती है। इसलिए यह मोदी की गारंटी की गाड़ी गांव-गांव जा रही  हैं।”

लोगों तक खुद पहुंच रही सरकार 

उन्होंने कहा, समाज में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकार खुद पहुंच रही है, उसे अपनी योजनाओं से जोड़ रही है। पीएम मोदी ने बताया कि यात्रा शुरू होने के बाद से सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति योजना, पीएम स्वनिधि के लिए लाखों आवेदनों के साथ उज्ज्वला कनेक्शन के लिए 12 लाख नए आवेदन प्राप्त हुए हैं। 

गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के भविष्य पर हैं ध्यान

अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कई पीढ़ियों से गरीबों, युवाओं, महिलाओं और किसानों के संघर्ष पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने समझाया, “हमारी सरकार चाहती है कि वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को वह जीवन न जीना पड़े जो पहले की पीढ़ी जी रही थी। हम देश की बड़ी आबादी को छोटी-छोटी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए संघर्ष से बाहर निकालना चाहते हैं। इसलिए हम गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के भविष्य पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमारे लिए ये देश की चार सबसे बड़ी जातियां हैं, जब गरीब, किसान, महिलाएं और युवा सशक्त होंगे तो देश शक्तिशाली बनेगा।”

डॉक्टर गरीबों, दलितों, वंचितों और आदिवासियों के दरवाजे तक पहुंच रहे हैं

वीबीएसवाई के प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए, पीएम मोदी ने बताया कि अब तक 2 करोड़ से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई है, जिसमें 1 करोड़ टीबी जांच और 22 लाख सिकल सेल जांच शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि डॉक्टर गरीबों, दलितों, वंचितों और आदिवासियों के दरवाजे तक पहुंच रहे हैं जिसे पिछली सरकारों ने एक चुनौती माना था। उन्होंने आयुष्मान योजना पर भी प्रकाश डाला जो 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा, गरीबों के लिए मुफ्त डायलिसिस और जन औषधि केंद्रों पर कम लागत वाली दवाएं प्रदान करता है। उन्होंने कहा, “देश भर में बने आयुष्मान आरोग्य मंदिर गांवों और गरीबों के लिए बहुत बड़े स्वास्थ्य केंद्र बन गए हैं।” 

पिछले 10 वर्षों में 10 करोड़ महिलाएं महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी

पीएम मोदी ने देश में महिला सशक्तिकरण पर सरकार के प्रभाव पर भी प्रकाश डाला और मुद्रा योजना के माध्यम से ऋण की उपलब्धता, बैंक मित्र, पशु सखी और आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका निभा रही महिलाओं का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में 10 करोड़ महिलाएं महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, जहां उन्हें 7.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की सहायता प्रदान की गई है। इसके कारण पिछले कुछ वर्षों में कई बहनें लखपति दीदी बन गई हैं। प्रधानमंत्री ने लखपति दीदियों की संख्या को 2 करोड़ तक बढ़ाने के सरकार के अभियान, नमो ड्रोन दीदी योजना के बारे में जानकारी दी, जहां वीबीएसवाई के दौरान लगभग 1 लाख ड्रोन का प्रदर्शन किया गया है।

सरकार ने किसानों की हर कठिनाई को कम करने का किया प्रयास 

संबोधन में आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों में देश में कृषि नीति को लेकर होने वाली चर्चाओं का दायरा केवल उत्पादन और बिक्री तक ही सीमित था, किसानों के सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों को नजरअंदाज कर दिया जाता था। मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से प्रत्येक किसान को कम से कम 30,000 रुपये के हस्तांतरण, पैक्स जैसे संगठनों के साथ कृषि में सहयोग को बढ़ावा देने का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने किसानों की हर कठिनाई को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किया है, जैसे कि पीएसीएस, एफपीओ जैसे संगठनों के साथ कृषि क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना, भंडारण सुविधाओं में वृद्धि और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देना। 

वीबीएसवाई चलाने वाली टीम के प्रयासों की सराहना की

पीएम मोदी ने कहा कि तुअर या अरहर दाल के किसान अब एमएसपी पर खरीद सुनिश्चित करने और बाजार में बेहतर कीमत सुनिश्चित करने के लिए अपनी उपज सीधे सरकार को ऑनलाइन बेच सकते हैं। संबोधन का समापन करते हुए पीएम मोदी ने स्थानीय प्रशासन सहित वीबीएसवाई शो चलाने वाली टीम के प्रयासों की सराहना की, जो पूरे समर्पण के साथ अपने काम में लगे हुए हैं।
 

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आखरी अपडेट: 11th Nov 2024