उत्तराखंड स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट के खुलने की तारीफ तय कर ली गई है। चमोली जिला स्थित विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी 12 मई (रविवार) को प्रात: 6 बजे खुलेंगे। राजदरबार नरेंद्र नगर में आयोजित धार्मिक समारोह में बुधवार को बसंत पंचमी को पूजा-अर्चना और पंचांग गणना के पश्चात विधि-विधान से यात्रा वर्ष 2024 के लिए कपाट खुलने की तिथि की घोषणा की गयी। इसके अलावा तेल-कलश यात्रा की भी तिथि 25 अप्रैल को तय हुई है। इस दौरान राजमहल में कई विशिष्टजन एवं बड़ी संक्ष्या में श्रद्धालुगण मौजूद रहे।
महाराजा मनुज्येंद्र शाह ने कपाट खुलने की घोषणा की
टिहरी राजदरबार नरेंद्र नगर में कपाट खुलने की तिथि घोषित करने के लिए कार्यक्रम शुरू हुआ। महाराजा मनुज्येंद्र शाह, सांसद रानी माला राज्यलक्ष्मी शाह सहित बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय, राजकुमारी शिरजा शाह की उपस्थिति में पंचांग गणना के पश्चात राजपुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल ने तिथि तय कर महाराजा के सम्मुख रखी। तत्पश्चात महाराजा मनुज्येंद्र शाह ने कपाट खुलने की तिथि की विधिवत घोषणा की। इस दौरान राजमहल परिसर जय बदरी विशाल के उद्घोष से गूंज उठा।
25 अप्रैल से तेलकलश यात्रा
इससे पहले डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारी और सदस्यों ने तेल कलश राजदरबार के सुपुर्द किया। इसी कलश में राजमहल से तिलों का तेल पिरोकर आगामी 25 अप्रैल को तेलकलश यात्रा राजमहल से शुरू होकर कपाट खुलने की तिथि पर भगवान बदरी विशाल के अभिषेक के लिए बदरीनाथ धाम पहुंचेगी।
तिथि तय होते ही यात्रा की तैयारियां शुरू
इस अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होते ही यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। मंदिर समिति आगामी बजट में यात्री सुविधाओं के लिए पर्याप्त बजट का प्रावधान करेगी। उन्होंने बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होने के अवसर पर सबको बधाई दी।