प्रतिक्रिया | Sunday, May 04, 2025

  • Twitter
  • Facebook
  • YouTube
  • Instagram

23/12/23 | 1:38 pm

printer

गृहमंत्री अमित शाह ने 400 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का किया उद्घाटन

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते शुक्रवार को चंडीगढ़ में 368 करोड़ रुपये की नौ विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने 32 करोड़ की तीन अतिरिक्त परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान समारोह में पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित व  केंद्रीय गृह सचिव सहित अन्य गणमान्यों की उपस्थित रही।

सभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने बताया कि 400 करोड़ लागत वाली इस परियोजना में स्वच्छता, शिक्षा, सुरक्षा, आवासीय सुविधाओं और उच्च शिक्षा जैसे अहम मुद्दों को शामिल किया गया है। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह  ने 744 युवाओं को सहायक उप निरीक्षक और कांस्टेबल के रूप में नियुक्ति पत्र जारी किया। इसके अलावा उन्होने चंडीगढ़ की सुरक्षा बढ़ाने के लिए समर्पित वाहनों को हरी झंडी भी दिखाई।

गृहमंत्री ने की बीट प्रणाली की प्रशंसा 

शाह ने कई राज्यों में पुलिस बलों को प्रभावित करते हुए जमीनी स्तर पर बीट प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए चंडीगढ़ पुलिस की सराहना की इसके तहत पुलिस अफसर अपने इलाकों में सुरक्षा की निगरानी के लिए पैट्रोलिंग करते हैं। तकनीकी प्रगति पर जोर देते हुए गृहमंत्री ने पुलिस के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों खासकर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में, उन्होंने युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए एक हैकथॉन की शुरुआत का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 22,000 ई-अदालतों, ई-जेलों के माध्यम से 2 करोड़ कैदियों के लिए ऑनलाइन डेटा और ई-अभियोजन के जरिये 1 करोड़ से अधिक मुकदमों निपटाने का प्रयास किया जा रहा है। न्याय प्रणाली को डिजिटलीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।

भारत मे विश्व स्तर की आपराधिक न्याय प्रणाली जल्द  

उन्होंने बताया कि ई-फोरेंसिक जो 17 लाख फोरेंसिक विवरणों तक पहुंच प्रदान करता है,  90 लाख से अधिक फिंगरप्रिंट रिकॉर्ड,आतंकवाद की एकीकृत निगरानी (iMOT), अपराधियों का नार्को डेटा और मानव तस्करी अपराधियों का राष्ट्रीय डेटाबेस ऑनलाइन उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि क्राइम मल्टी एजेंसी सेंटर, नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल और बायोमेट्रिक कैदी डेटा के एकीकरण के साथ भारत विश्व स्तर पर सबसे आधुनिक आपराधिक न्याय प्रणालियों में से एक बन जाएगा।

आगंतुकों: 25340272
आखरी अपडेट: 3rd May 2025