केंद्रीय कैबिनेट ने दिल्ली मेट्रो के चरण-IV प्रोजेक्ट में दो नए मेट्रो कॉरिडोर को मंजूरी दी है। जिसमें एक कॉरिडोर इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक तथा दूसरा लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक तक बनेगा। इन दोनों कॉरिडोर पर कुल 8,399 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसकी फंडिंग भारत सरकार, दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियों से ली जाएगी।
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद बुधवार को केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने नए मेट्रो कॉरिडोर की जानकारी देते हुए बताया कि लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर पूरी तरह से एलिवेटेड होगा और इसमें आठ स्टेशन होंगे, जिसकी लंबाई 8.385 किलोमीटर होगी। जबकि इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में 11.349 किलोमीटर लंबी भूमिगत लाइनें और 1.028 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड लाइनें होंगी, जिसमें 10 स्टेशन होंगे।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि इंद्रलोक और इंद्रप्रस्थ के बीच बनने वाले 12.377 किलोमीटर के कॉरिडोर के जरिए ग्रीन लाइन का एक्सटेंशन किया जाएगा। इसके यात्रियों को रेड, यलो, एयरपोर्ट लाइन, मेजेंटा, वॉयलट और ब्लू लाइन से इंटरचेंज करने की सुविधा मिलेगी। इस कॉरिडोर के जरिए हरियाणा के बहादुरगढ़ रीजन के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। जबकि लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर सिल्वर, मैजेंटा, पिंक और मेजेंटा लाइन को जोड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली मेट्रो पहले से ही अपने विस्तार के चौथे चरण के तहत 65 किलोमीटर का नेटवर्क बना रही है। इन नए गलियारों के मार्च 2026 तक चरणों में पूरा होने की उम्मीद है। वर्तमान में, DMRC 286 स्टेशनों वाले 391 किलोमीटर के नेटवर्क का संचालन करता है। दिल्ली मेट्रो अब दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते मेट्रो नेटवर्क में से एक है।