देश में एक बार फिर निपाह वायरस ने दस्तक दे दी है। दक्षिण के राज्य केरल में निपाह वायरस के कई मामले सामने आए हैं। इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस के प्रकोप की रोकथाम पर उठाए गए कदमों की समीक्षा की।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने पुणे में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद – राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (ICMR-NIV) से केरल के कोझिकोड में गुरुवार को निपाह वायरस के प्रकोप की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की।
समीक्षा करने के बाद केंद्रीय मंत्री डॉ. पवार ने कहा कि केन्द्र सरकार स्थिति की निगरानी कर रही है और प्रसार की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के मार्गदर्शन में केंद्र और ICMR-NIV की उच्च स्तरीय टीमें बीएसएल-3 प्रयोगशालाओं से लैस मोबाइल इकाइयों के साथ पहले ही कोझिकोड पहुंच चुकी हैं और जमीनी स्तर पर परीक्षण करेंगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि कोझिकोड क्षेत्र में प्रभावित ग्राम पंचायतों को संगरोध क्षेत्र घोषित किया गया है।
क्या है निपाह वायरस
निपाह वायरस (NiV) जानवरों और लोगों के बीच फैलता है। खासतौर पर फल वाले चमगादड़ों के माध्यम से लोगों में फैलता है। हालाकि सूअर, बकरी, घोड़े, कुत्ते और बिल्लियों जैसे अन्य जानवरों के माध्यम से भी निपाह फैल सकता है। निपाह वायरस हवा के जरिए हीं फैलता है लेकिन ये संक्रमित पदार्थो या फ्यूल्ड ड्रोपलेट्स के जरिए फैल सकता है।
यह एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी शामिल हैं, जो गंभीर मामलों में मस्तिष्क की सूजन में बदल जाते हैं।