पड़ोसी देश नेपाल में देर रात भूकंप से भारी तबाही हुई है। अभी तक की सूचना के अनुसार कम से कम 70 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों की संख्या कहीं अधिक हो सकती है। सुबह होते ही राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया गया है।
शुक्रवार रात 11 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली और एनसीआर में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र ने इसके बाद जानकारी दी कि इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.4 मापी गई और इसका केन्द्र नेपाल में 10 किलोमीटर नीचे पाया गया। तभी से आशंका थी कि इससे नेपाल में जानमाल का भारी नुकसान हो सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नेपाल में रुकुम पश्चिमी जिले में 36 और जाजरकोट में 34 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। रुकुम के जिलाधिकारी हरि प्रसाद पंत ने 36 लोगों के मरने की पुष्टि करते हुए कहा है कि यह आंकड़ा कहीं अधिक हो सकता है। अभी पहुंच वाले क्षेत्रों में ही राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया है। सुबह होने के साथ ही दूरदराज के क्षेत्रों में भी राहत कार्यों में तेजी लाई जा रही है। इसके बाद ही मृतकों की सही संख्या और नुकसान का अंदाजा लगाया जा सकेगा।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेपाल में भूकंप के कारण हुई जान-माल की हानि पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि भारत हर संभव सहायता नेपाल को देने के लिए तैयार है। भारत, नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।