केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने बीते शुक्रवार को बताया केवल 9 वर्षों के भीतर ही एमबीबीएस सीटों की संख्या 79 प्रतिशत बढ़कर 51,348 से 91,927 हो गई, जबकि एमडी सीटों की संख्या 93 प्रतिशत बढ़कर 31,185 से 60,202 हो गई है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अगुवाई में चिकित्सा शिक्षा को किफायती और सुलभ बनाने के लिए अनेक उपाय किए गए हैं, ताकि देश के सभी नागरिकों को आसानी से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जा सके।
मेडिकल कालेजों की संख्या बढ़कर हुई 260
डॉ.जितेन्द्र सिंह ने कहा 2014 में 145 सरकारी मेडिकल कॉलेजों से भारत में अब ऐसे 260 सरकारी मेडिकल कालेज हो गये हैं। जबकि 9 वर्ष में देश में एम्स की संख्या 23 हो गई है। डॉ. जितेन्द्र सिंह उपरोक्त जानकारी एसबीआई द्वारा एम्स, जम्मू को दान की गई 32 सीटों वाली बस को रवाना करने के कार्यक्रम दौरान दी, कार्यक्रम का आयोजन जम्मू के बख्शी नगर कैंप में किया गया था।
भारत के टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि भारत स्वास्थ्य देखभाल में विश्व में अग्रणी बनकर उभरा है। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को बंधनों से मुक्त कर पुराने नियमों को समाप्त करके एक अधिक सक्षम वातावरण बनाया गया है।
नवीनतम प्रौद्योगिकी पर जोर
मंत्री ने कहा 'डॉक्टर्स ऑन व्हील्स' सुविधा की तर्ज पर अस्पतालों के लिए एसबीआई द्वारा दान की गई बसों में टेलीमेडिसिन प्रावधान शामिल करने का सुझाव दिया। उन्होंने दूर-दराज के इलाकों में चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए एकीकृत स्वास्थ्य प्रबंधन प्रोटोकॉल का आह्वान भी किया।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने चिकित्सा पद्धति के नवीनतम उपकरणों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम थेरेपी आदि पर अपने अनुभव साझा किये। अधिकतम परिणाम के लिए क्लिनिकल मेडिसिन को डीप टेक्नोलॉजी से जोड़ने के बारे में भी बात की।
इस मौके पर, डॉ. जितेन्द्र सिंह ने “हैंडबुक ऑफ पॉलिसीज, गाइडलाइन्स एंड प्रोसीजर्स” नामक पुस्तक का विमोचन भी किया। यह पुस्तक संस्थानों के बीच सहयोग और केन्द्रों पर परीक्षण आयोजित करने के महत्व पर प्रकाश डालती है।