प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार (14 मार्च) को नई दिल्ली, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के दो नए मेट्रो काॅरिडोर की आधारशिला रखी। इससे पहले पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय राजधानी की सार्वजनिक परिवहन क्षमता को मजबूत करने के लिए बुधवार को चौथे चरण के तहत दो नए मेट्रो काॅरिडोर की मंजूरी प्रदान की।
गौरतलब है कि दोनों स्वीकृत कॉरिडोर अर्थात लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ लाइन, दिल्ली के विभिन्न इलाको में मेट्रो कनेक्टिविटी को बेहतर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
दोनों मेट्रो काॅरिडोर की कुल लंबाई 20 किलोमीटर से अधिक
इस परियोजना की कुल अनुमानति लागत 8,399 करोड़ रुपये है, जिसे भारत सरकार, दिल्ली सरकार और अंतर्राष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों से पूरी की जाएगी। 20.762 किलोमीटर की कुल लंबाई वाले इन काॅरिडोरों का लक्ष्य शहर के विभिन्न हिस्सों में यात्रियों को निर्बाध रूप से कनेक्टिविटी प्रदान करना है। लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक कॉरिडोर की लम्बाई 8.385 किलोमीटर तक है जो पूरी तरह से एलीवेटेड होगा इसमें आठ स्टेशन शामिल होंगे।
इस बीच, 12.377 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में 11.349 किलोमीटर भूमिगत लाइनें और 1.028 किलोमीटर एलिवेटेड लाइनें शामिल होंगी, जिसमें कुल 10 स्टेशन होंगे। इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ की मेट्रो लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र तक कनेक्टिविटी प्रदान करेगा । इन काॅरिडोर में ग्रीन, रेड, येलो, एयरपोर्ट, मैजेंटा, वॉयलेट, पिंक और ब्लू लाइनों सहित अन्य मेट्रो लाइनों के साथ निर्बाध इंटरचेंज सुविधाओं के साथ यात्रियों को मध्य और पूर्वी दिल्ली तक सीधी पहुंच में आसानी होगी।
आठ नए इंटरचेंज स्टेशनों की भी सुविधा
इन काॅरिडोर के निर्माण के साथ आठ नए इंटरचेंज स्टेशनों की स्थापना की जाएगी जो इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट, इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक जैसे प्रमुख स्थानों पर होगा। इन नए कारिडोर का निर्माणकार्य मार्च 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।