प्रतिक्रिया | Tuesday, April 29, 2025

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12/01/24 | 2:44 pm

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पीएम मोदी ने नासिक के श्री कला राम मंदिर में की पूजा अर्चना, 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान की करी शुरुआत

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां पूरे जोरों-शोरों से चल रही हैं। आज शुक्रवार को नासिक धाम-पंचवटी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान की शुरुआत की। इससे पहले पीएम मोदी ने नासिक में गोदावरी के गोदावरी के तट पर श्री कला राम मंदिर के दर्शन किये और पूजा अर्चना की। श्री कला राम मंदिर पंचवटी क्षेत्र में स्थित है। रामायण से जुड़े स्थानों में पंचवटी एक विशेष स्थान है और यहां रामायण की कई महत्वपूर्ण घटनाएं भी घटित हुई हैं। 

पीएम मोदी ने एक्स पर कहा 

अयोध्या में भव्य राम मंदिर के भव्य 'प्राण-प्रतिष्ठा' समारोह से ठीक 10 दिन पहले पीएम मोदी का इस स्थान पर आना अधिक महत्व रखता है क्योंकि भगवान राम के जीवन में इसका बहुत महत्व है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (x) पर एक वीडियो संदेश में कहा कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं। मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा। प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है। इसे ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं। मैं आप सभी जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं। इस समय, अपनी भावनाओं को शब्दों में कह पाना बहुत मुश्किल है, लेकिन मैंने अपनी तरफ से एक प्रयास किया है…

https://x.com/narendramodi/status/1745652236393558482?s=20

पीएम मोदी ने देश को अपने साथ जुड़ने के लिए कहा

अपने इस सन्देश में पीएम मोदी ने देश को अपने साथ जुड़ने के लिए कहा और लोगों का आशीर्वाद मांगा तथा उनसे अपने भाव उनके साथ साझा करने को कहा। उन्होंने कहा, “हम सब इस सत्य को जानते हैं कि ईश्वर निराकार है। लेकिन ईश्वर, साकार रूप में भी हमारी आध्यात्मिक यात्रा को बल देते हैं। जनता-जनार्दन में ईश्वर का रूप होता है, ये मैंने साक्षात देखा है, महसूस किया है। लेकिन जब ईश्वर रूपी वही जनता शब्दों में अपनी भावनाएं प्रकट करती है, आशीर्वाद देती है, तो मुझमें भी नई ऊर्जा का संचार होता है। आज, मुझे आपके आशीर्वाद की आवश्यकता है।”

श्री कला राम मंदिर पंचवटी

कालाराम मंदिर नासिक शहर के गोदावरी के तट पर पंचवटी क्षेत्र में स्थित है। ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर उस स्थान पर स्थित है जहां भगवान राम अज्ञातवास के दौरान रहे थे। इसे 1782 में सरदार रंगराव ओढेकर ने एक पुराने लकड़ी के मंदिर के स्थान पर बनवाया था। ऐसा कहा जाता है कि यह कार्य बारह वर्षों तक चला, जिसमें प्रतिदिन 2000 व्यक्तियों को रोजगार मिलता था। ज्ञात हो कि यह पश्चिमी भारत में रामजी के बेहतरीन आधुनिक मंदिरों में से एक है। 

भगवान राम, सीता, लक्ष्मण की खड़ी प्रतिमाएँ काले पत्थर की

यह मंदिर में सादे पत्थर की सत्रह फीट ऊंची दीवार है जो 245 फीट लंबे और 105 फीट चौड़े एक अच्छी तरह से संरक्षित घेरे से घिरी हुई है। इसमें अलग सभामंडप है जो 75'*31''*12 है जो चारों ओर से खुला है। मंदिर में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण की खड़ी प्रतिमाएँ काले पत्थर की हैं और लगभग 2 फीट ऊँची हैं। ये मंदिर प्रभु श्री राम के सबसे सुंदर मंदिरों में से एक है। 

भगवान राम ने यहां की थी अपनी कुटिया स्थापित 

विदित हों कि भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी ने पंचवटी क्षेत्र में स्थित दंडकारण्य वन में कुछ वर्ष बिताए थे। पंचवटी नाम का अर्थ है 5 बरगद के पेड़ों की भूमि। इस बारे में किंवदंती है कि भगवान राम ने यहां अपनी कुटिया स्थापित की थी क्योंकि 5 बरगद के पेड़ों की उपस्थिति ने इस क्षेत्र को शुभ बना दिया था।

 

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आखरी अपडेट: 29th Apr 2025