तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान मिचौंग और भारी बारिश के कारण की आई बाढ़ को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु को सहयोग देने का आश्वासन दिया है। इसके लिए पीएम मोदी ने बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को नियुक्त किया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री सक्रियता के लिए आभार व्यक्त किया।
पीएमओ के अधिकारियों ने बाढ़ का जायजा लेने के लिए की बैठक
इसी बाीच पीएमओ के अधिकारियों ने तमिलनाडु में बाढ़ के बाद राज्य में राहत और पुनर्वास पर चर्चा के लिए अधिकारियों के साथ बातचीत की। बैठक के दौरान उन्होंने एनडीआरएफ की तैनाती के साथ-साथ सशस्त्र बलों के हेलीकॉप्टरों सहित मदद की किसी भी अन्य आवश्यकता पर चर्चा की। क्षति का आकलन करने के लिए अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम के दौरे पर भी चर्चा की गई।
तमिलनाडु के सीएम को प्रधानमंत्री ने दिया सहयोग का आश्वासन
तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने एक पोस्ट में बताया कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान के तुरंत बाद दक्षिणी तमिलनाडु में बाढ़ की स्थित के बारे में जानकारी लेने के लिए मुझे फोन किया।” मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को राज्य के सामने बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता की तत्काल आवश्यकता से अवगत कराया। मुख्यमंत्री की अपील के जवाब में, पीएम मोदी ने तमिलनाडु को इन दोहरी आपदाओं की मार झेल रही तमिलनाडु को उबरने में मदद के लिए केंद्र सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
तमिलनाडु चक्रवाती तूफान मिचौंग और भारी बारिश के कारण बाढ़ से जूझ रहा है, इसके लिए राज्य सरकार और केंद्र ने संयुक्त रूप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए बड़े पैमाने पर बचाव और राहत अभियान चलाया है।
राहत और बचावकार्य में तेजी
बीते शनिवार को तमिलनाडु के मुख्य सचिव शिव दास मीना ने बताया कि राज्य के बाढ़ प्रभावित दक्षिणी जिलों में बचाव अभियान चलाया जा रहा अभियान पूरा हो चुका है और अब ध्यान वहां बुनियादी सेवाओं की बहाली पर ध्यान दिया जा रहा है। हालाँकि, बाढ़ के बाद कुछ जिलों में संचार लाइनें अभी भी अव्यवस्थित हैं। राज्य भर में लगातार बारिश के कारण सड़कें और रेलवे ट्रैक जलमग्न हो गए हैं।