राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों पर रिकॉर्ड 74.96 फीसदी वोटिंग हुई है। बिना पोस्टल बैलेट और होम वोटिंग के ये आंकड़ा 74.13 है। हालांकि, इस नंबर में बदलाव संभव है क्योंकि मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राजस्थान की ओर से वोटिंग का फाइनल प्रतिशत रविवार को जारी किया जाएगा। जो आंकड़ा रात में आया उसने पिछले चुनाव का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। क्योंकि साल 2018 के चुनाव में 74.06% वोटिंग हुई थी। मतदाताओं ने अपना मतदान कर दिया है। अब तीन दिसंबर को 1862 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा।
जैसलमेर में सर्वाधिक मतदान
इस चुनाव में सबसे ज्यादा वोटिंग 82.32% जैसलमेर जिले में हुई है। सबसे कम वोट 65.12% पाली जिले में पड़े। कम वोटिंग वाले जिलों में सिरोही (66.62%), करौली (68.38%) और जालोर (69.56%) शामिल हैं। जैसलमेर जिले की पोकरण सीट पर सबसे ज्यादा 87.79% वोटिंग हुई। पाली जिले की मारवाड़ जंक्शन सीट पर सबसे कम 60.10% वोट डाले गए।
इससे पहले शनिवार को प्रदेश में कई विधानसभा सीटों पर झड़प और बवाल हुआ। बूथ कैप्चर करने के बीच मतदान संपन्न हो गया। प्रदेश की सभी 199 सीटों पर चुनाव लड़ रहे 1863 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में कैद हो गई है।
सुबह 7 बजे शुरू हुई वोटिंग शाम 6 बजे थम गई। हालांकि, मतदान केंद्र में एंट्री ले चुके वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। जोधपुर की सूरसागर विधानसभा सीट पर नगर निगम वार्ड नंबर 21 में रात 10 बजे तक मतदान हुआ।
गहलोत सरदारपुरा से तो वसुंधरा राजे झालरापाटन से मैदान में
सीएम अशोक गहलोत अपनी परंपरागत सीट जोधपुर की सरदारपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालावाड़ जिले की झालरापाटन और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ तारानगर से चुनाव मैदान में हैं। वहीं, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट टोंक सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं।इस चुनाव में कई भाजपा सांसदों की भी प्रतिष्ठा दांव पर है। सांसद (राजसमंद ) दीया कुमारी जयपुर की विद्याधर नगर, बाबा बालकनाथ (अलवर) अलवर की तिजारा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद (जयपुर ग्रामीण) राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जयपुर की झोटवाड़ा, सांसद (अजमेर) भागीरथ चौधरी अजमेर की किशनगढ़, सांसद