प्रतिक्रिया | Thursday, January 30, 2025

  • Twitter
  • Facebook
  • YouTube
  • Instagram

30/10/23 | 2:16 pm

printer

राम जन्म के समय रामलला पर पड़ेंगी भगवान सूर्य की किरणें, परिक्रमा के लिए मंदिर के चारों तरफ बनेगा एक परकोटा

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय कर दी गई है। ऐसे में निर्माणाधीन राम मंदिर के भीतर नक्काशी का कार्य तेजी से चल रहा है। राम मंदिर के प्रथम तल पर लगने वाले सभी स्तम्भ तैयार हो चुके हैं। उड़ीसा के कारीगर स्तम्भों पर देवी देवताओं की मूर्तियां व कलाकृतियां बनाने में लगे हैं।

 तीन मंजिला बनेगा राम मंदिर
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डाॅ. अनिल मिश्रा ने बताया कि 350 फिट लंबाई ओर 245 फिट चौड़ाई में तीन मंजिला राम मंदिर बनेगा। मंदिर में पांच गुम्बद बनेंगे। राम मंदिर के 350 खम्भों पर 6050 कलाकृतियां उकेरी जाएंगी। राम मंदिर में राजस्थान के पिंक सैन्ड स्टोन पत्थर का उपयोग किया गया है। इस पत्थर में कलाकृतियां अच्छी बनती हैं। इस पत्थर की न्यूनतम आयु एक हजार वर्ष आंकी गयी है।

मंदिर के चारों तरफ बनेगा एक परकोटा
डाॅ. अनिल मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर के चारों तरफ एक परकोटा बनेगा। परकोटा 14 फिट चौड़ा और 778 मीटर लम्बा होगा जिसमें श्रद्धालु परिक्रमा कर सकेंगे। परकोटे में भगवान सूर्य, गणेश जी, भगवान शंकर, हनुमान जी व मां अन्नपूर्णा का मंदिर बनेगा। वहीं परकोटे से बाहर राम जन्म से जुड़े ऋषियों के मंदिर बनेंगे। ट्रस्ट के अनुसार परकोटे से बाहर गुरु वशिष्ठ, महर्षि वाल्मीकि, गुरु विश्वामित्र, अगस्त मुनि, अहिल्या व माता शबरी के मंदिर होंगे।

रामलला के दर्शन के लिए चढ़नी होंगी 32 सीढ़ियां
राम मंदिर में पूर्व दिशा से प्रवेश का मार्ग रहेगा। गर्भगृह में विराजमान रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को 32 सीढ़ियां चढ़नी पड़ेंगी। दिव्यांगों को दर्शन में सुविधा के लिए रैम्प बनेंगे। इसके अलावा तीन प्रकार की लिफ्ट भी मंदिर में लगेगी।

रामलला पर पड़ेंगी भगवान सूर्य की किरणें
चैत्र रामनवमी के शुभ अवसर पर राम जन्म के समय गर्भगृह में विराजमान रामलला पर भगवान सूर्य की किरणें सीधी पड़ेंगी। रामजन्म के समय गर्भगृह में पड़ती सूर्य की किरणों को वहां उपस्थित श्रद्धालु देख सकेंगे। राम जनम के समय देश दुनिया में इसका प्रसारण किया जाएगा।

आगंतुकों: 16117900
आखरी अपडेट: 30th Jan 2025