भारत के सबसे बड़े खेल सम्मान राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2023 की घोषणा कर दी गई है। युवा मामले और खेल मंत्रालय ने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार 2023 के लिए चिराग चन्द्रशेखर शेट्टी और रंकीरेड्डी सात्विक साई राज को चुना है। ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति 9 जनवरी 2024 को खिलाड़ियों को प्रदान करेंगे।
26 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड
खेल मंत्रालय के मुताबिक इस बार दो खिलाड़िों को खेल रत्न पुरस्कार, 26 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड, लाइफटाइम कैटेगरी के लिए 3 खिलाड़ियों के नाम और खेल-कूद में आजीवन उपलब्धि के लिए ध्यानचंद पुरस्कार के लिए 3 खिलाड़ियों को चुना गया है। इसके अलावा मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी के लिए देश के तीन विश्वविद्यालयों को चुना गया है।
मोहम्मद शमी को दूसरा सबसे बड़ा खेल सम्मान
वहीं अर्जुन पुरस्कीर पाने वालों में इस साल क्रिकेट के एक मात्रा खिलाड़ी मोहम्मद शमी हैं। मोहम्मद शमी का नाम देश के दूसरे सबसे बड़े खेल सम्मान की सूची में शामिल किया गया। शमी ने वनडे विश्व कप 2023 में भारत के शानदार प्रदर्शन में प्रमुख भूमिका निभाई। शमी विश्व कप में सात मैचों में 24 विकेट के साथ सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे।
वहीं अर्जुन पुरस्कार के लिए कुल पुरुष हॉकी खिलाड़ी कृष्ण बहादुर पाठक और सुशीला चानू, तीरंदाज ओजस प्रवीण देवताले और अदिति गोपीचंद स्वामी, मुक्केबाज मोहम्मद हुसामुद्दीन, शतरंज खिलाड़ी आर वैशाली, गोल्फर दीक्षा डागर, निशानेबाज ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर शामिल हैं। पहलवान अंतिम पंघाल और पैडलर अयहिका मुखर्जी सहित अन्य खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार की कैटेगरी
खेलों में उत्कृष्टता को पहचानने और पुरस्कृत करने के लिए हर साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं। यह पुरस्कार टीम के प्रदर्शन के आधार पर समान उपलब्धियां हासिल करने वाले दोनों खिलाड़ियों को प्रदान किया गया है।
'मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार' किसी खिलाड़ी द्वारा पिछले चार वर्षों की अवधि में खेल के क्षेत्र में शानदार और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
'खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार' पिछले चार वर्षों की अवधि में अच्छे प्रदर्शन और नेतृत्व, खेल कौशल और अनुशासन की भावना के गुण दिखाने के लिए दिया जाता है।
'खेलों में उत्कृष्ट प्रशिक्षकों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार' लगातार उत्कृष्ट और सराहनीय कार्य करने और खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम बनाने के लिए प्रशिक्षकों को दिया जाता है।
'खेलों और खेलों में आजीवन उपलब्धि के लिए ध्यानचंद पुरस्कार' उन खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है जिन्होंने अपने प्रदर्शन से खेलों में योगदान दिया है और जो अपनी सेवानिवृत्ति के बाद भी खेल आयोजन को बढ़ावा देने में योगदान देना जारी रखते हैं।
अंतर-विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में समग्र रूप से शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (एमएकेए) ट्रॉफी दी जाती है।
कौन करता है खिलाड़ियों का चयन
इस सभी पुरस्कारके लिए आवेदन ऑनलाइन आमंत्रित किए गए थे और खिलाड़ियों, कोचों, संस्थाओं को एक समर्पित ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से स्वयं आवेदन करने की अनुमति दी गई थी। इस वर्ष इन पुरस्कारों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए, जिन पर सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने विचार किया। न्यायाधीश, भारत का सर्वोच्च न्यायालय और इसमें प्रतिष्ठित खिलाड़ी, खेल पत्रकारिता और खेल प्रशासकों का अनुभव रखने वाले व्यक्ति शामिल होते हैं।