प्रतिक्रिया | Thursday, December 26, 2024

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05/12/23 | 9:30 am

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लद्दाख के विकास के लिए सरकार एबीएल, केडीए और लद्दाख के लोगों के साथ मिलकर करेगी काम : नित्यानंद राय 

लद्दाख के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति (HPC) की बैठक सोमवार (4 नवंबर) नई दिल्ली में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने की। एपेक्स बॉडी लेह (ABL) और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस (KDA) ने बैठक में भाग लिया। नित्यानंद राय ने कहा कि सरकार लद्दाख संघ राज्य क्षेत्र के समग्र और सतत विकास के लिए एबीएल और केडीए और लद्दाख के लोगों के साथ नियमित आधार पर काम करना जारी रखेगी। 

लद्दाख में हुई महत्वपूर्ण प्रगति 

मीटिंग के दौरान नित्यानंद राय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में गृह मंत्रालय लद्दाख के विकास में तेजी लाने और लद्दाख के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि 2019 में केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। केंद्र शासित प्रदेश के गठन के इस ऐतिहासिक कदम के कारण, प्रशासन और विकास को लद्दाख के लोगों के करीब लाया गया है। 

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश के लिए बजटीय आवंटन बढ़ाने, लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषदों को प्रदान की गई धनराशि में वृद्धि, चौतरफा कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने और मोबाइल नेटवर्क, सड़कें, नए हेलीपैड के निर्माण जैसे बुनियादी ढांचों का विकास भी तीव्र गति से किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार लद्दाख संघ राज्य क्षेत्र के समग्र और सतत विकास के लिए एबीएल और केडीए और लद्दाख के लोगों के साथ नियमित आधार पर काम करना जारी रखेगी।

केंद्र सरकार और लद्दाख के नेताओं के बीच जारी गतिरोध खत्म 

मीडिया रिपोर्ट्स की  माने तो  केंद्र सरकार और लद्दाख के नेताओं के बीच जारी गतिरोध खत्म हो गया है। उच्चाधिकार प्राप्त समिति (HPC) के नेताओं और गृह मंत्रालय (MHA) के अधिकारियों के बीच सोमवार को पहले दौर की वार्ता हुई है। बता दें कि ये समूह लद्दाख के लिए अलग राज्य का दर्जा, छठी अनुसूची (जो आदिवासी समुदायों को स्वायत्तता प्रदान करती है) की तर्ज पर संवैधानिक सुरक्षा उपाय, लोक सेवा आयोग का गठन, लद्दाखियों के लिए नौकरियों में आरक्षण और लेह तथा कारगिल के लिए दो अलग संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के निर्माण की मांग कर रहे हैं। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने प्रतिनिधियों से  विरोध प्रदर्शन न करने की अपील की और उन्हें समयबद्ध समाधान निकाले जाने का आश्वासन दिया। 

ABL और KDA  ने मंत्रालय के निर्णय का स्वागत किया

गृह मंत्रालय ने कल जारी एक बयान में कहा कि एपेक्स बॉडी लेह (ABL) और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस (KDA) ने संदर्भों की शर्तों को संशोधित करने और नए सदस्यों को शामिल करने के लिए गृह मंत्रालय के निर्णय का स्वागत किया। एबीएल और केडीए सदस्यों ने लद्दाख निवासियों के अधिकारों की रक्षा, भर्ती प्रक्रियाओं में तेज़ी, एलएएचडीसी को मजबूत करने, विभिन्न माध्यमों द्वारा निर्णय लेने में अधिक भागीदारी जैसे विभिन्न मुद्दे रखे।

एपेक्स बॉडी लेह (ABL) और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस (KDA) क्या है ?

बताते चले कि KDA और ABL दोनों विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक निकायों के समूह हैं जो क्षेत्र के लिए केंद्र सरकार से अधिकारों की मांग करने वाले लोगों के आंदोलन का नेतृत्व करता रहा है। साल 2019 में  जम्मू और कश्मीर राज्य से लद्दाख को अलग किए जाने के बाद एबीएल और केडीए नामक 2 संगठनों का गठन किया गया था। एबीएल और केडीए सदस्यों ने लद्दाख निवासियों के अधिकारों की सुरक्षा, फास्ट ट्रैक भर्ती प्रक्रियाओं, एलएएचडीसी को मजबूत करने, निर्णय लेने में अधिक भागीदारी आदि से संबंधित विभिन्न मुद्दे प्रस्तुत किए। ज्ञात हो कि ABL और KDA  अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए लगातार आंदोलन करता रहा है। 

एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति (HPC) का गठन किया गया 

गृह मंत्रालय ने गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की अध्यक्षता में एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति (HPC) का गठन किया है, जिसके मुख्य उद्देश्य हैं, लद्दाख की भौगोलिक परिस्थिति तथा सामरिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र की अनूठी संस्कृति और भाषा की रक्षा के उपायों पर चर्चा  करना, लद्दाख के लोगों की भूमि और रोजगार की सुरक्षा सुनिश्चित करना, लद्दाख के समावेशी विकास और रोजगार सृजन के उपायों पर चर्चा करना, एलएएचडीसी, लेह और कारगिल के सशक्तिकरण से संबंधित उपायों पर चर्चा करना और संवैधानिक सुरक्षा उपाय जो उक्त उपायों और रक्षाओं को सुनिश्चित करने के लिए दिए जा सकते हैं।

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आखरी अपडेट: 26th Dec 2024