केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने रविवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सिक्किम के मंगन में एक राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। आपदा प्रभावित राज्य में एक बार फिर बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए छह मंत्रालयों की एक टीम का गठन किया गया है।
प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद एमओएस मिश्रा ने कहा,कि यह एक बड़ी त्रासदी थी , काफी नुकसान हुआ है, लोग लापता हैं और कई लोग हताहत भी हुए हैं। सड़क संपर्क में भी भारी नुकसान हुआ है। पीएम मोदी ने राज्य के सीएम से की हालात को सामान्य करने में कदम उठाने की बात की ।
उन्होंने कहा, 'हम लगातार लापता लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने कृषि, सड़क और परिवहन, ऊर्जा, जल, वित्त सहित छह मंत्रालयों की एक टीम बनाई गई है और गृह मंत्रालय एक बार फिर से बुनियादी ढाँचे के निर्माण के लिए इसका नेतृत्व कर रहा है।'
राज्य मंत्री मिश्रा ने आज सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के साथ राज्य में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा करने के लिए बैठक की।मुख्यमंत्री तमांग ने तत्काल फंड उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया ।सीएम ने कहा किराज्य में अचानक आई बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए राज्य और केंद्र सरकार राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं।
सेना द्वारा आज जारी एक बयान में कहा गया है कि भारतीय सेना सिग्नल कोर ने उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग, लाचुंग और लाचेन में फंसे पर्यटकों को निरंतर सहायता के जरिए नागरिक सेलुलर संचार की समय पर बहाली सुनिश्चित की जा रही है। इसमें कहा गया है कि फंसे हुए अधिकांश पर्यटक अपने घर वापस जाने व परिवार से बात करने में सक्षम हैं।
सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसएसडीएमए) की 7 अक्टूबर की सुबह 10 बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार, मरने वालों की संख्या 27 दर्ज की गई थी ,141 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। 6875 लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। सिक्किम सरकार ने 22 राहत शिविर स्थापित किये हैं ।
सिक्किम हिमालय में ल्होनक ग्लेशियर , 3 अक्टूबर को फट गया, जिससे झील का एक किनारा टूट गया, इस कारण तीस्ता का जल स्तर बढ़ गया जिससे राज्य के कई इलाके बाढ़ग्रस्त हो गए।