प्रतिक्रिया | Thursday, January 30, 2025

  • Twitter
  • Facebook
  • YouTube
  • Instagram

25/09/23 | 3:45 pm

printer

स्वच्छता अभियान के जरिये लोगों में फैलाई गई जागरूकता, युवाओं ने दिखाई दिलचस्पी

तमिलनाडु में स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत  स्कूल और कॉलेज के छात्रों को बड़े पैमाने पर शामिल करके स्वच्छता क्रांति को बढ़ावा दिया जा रहा है । स्वच्छता पखवाड़ा के तहत, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सिंगल यूज प्लास्टिक के खतरों पर जागरूकता फैलाने के लिए कई प्रमुख गतिविधियां और छोटे अभियान आयोजित किए गए। साथ ही, राज्य भर के सभी शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) के स्कूल/कॉलेजों में स्वच्छता अभियान चलाया गया। 

विभिन्न संस्थानों में आयोजित स्वच्छता ही सेवा गतिविधियों में 1 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया । सामान्य जागरूकता और स्वच्छता अभियानों के अलावा, कई यूएलबी ने एमसीसी, एमआरएफ, जैविक सीएनजी संयंत्र और जैविक खनन स्थलों जैसे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्रों को नजदीक से जानने-समझने के लिए छात्रों को भ्रमण कराया गया । इसके अलावा, स्कूलों ने कचरे से अचरज भरी गतिविधियों पर प्रतियोगिताएं आयोजित की गयीं, जिसमें कई छात्रों ने कचरे से कलाकृतियाँ तैयार कीं तथा प्रदर्शनी में पेश की।

छात्रों को गीले व सूखे कचरे को अलग करने के बारे में भी बताया गया। सभी स्कूलों में गीले कचरे का प्रबंधन करने के लिए ऑनसाइट कंपोस्टिंग भी शुरू की गई और छात्रों को घरेलू कंपोस्टिंग शुरू करने की सरल तकनीकें सिखाई गईं। अभियान के दौरान रैलियां, मैराथन, साइक्लोथॉन आदि भी आयोजित किए गए।

सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध और प्लास्टिक के विकल्पों के बारे में जानकारी भी छात्रों को दी गई। कुछ स्कूलों में कपड़े के थैले व उनके बीच कचरा स्रोत पृथक्करण और घरेलू खाद बनाने की तकनीक पर पर्चे वितरित किए गए। तमिलनाडु के छात्रों ने रास्ता दिखाया है, क्योंकि स्कूल और कॉलेज के बच्चों जैसे युवा परिवर्तनकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी निकट भविष्य में स्वच्छ भारत को स्वरुप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

स्वच्छ भारत मिशन की पिछले नौ वर्षों में सफलता के परिणामस्वरूप आज स्वच्छता को एक उत्सव की तरह मनाया जा रहा है। भारत को कचरा मुक्त बनाने के इस उत्सव में समाज के सभी वर्गों से आने वाले नागरिक शामिल हो रहे हैं। स्वच्छता पखवाड़ा-स्वच्छता ही सेवा की शुरूआत ने सफाई को लेकर देश में एक आंदोलन का रुप ले लिया है। इस स्वच्छता आंदोलन में बच्चों के साथ-साथ वयस्क भी बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं।

आगंतुकों: 16117722
आखरी अपडेट: 30th Jan 2025