पानी हर जीव की ज़रुरत है जिसकी पूर्ति होनी आवश्यक है। आज़ादी के 7 दशकों बाद तक भारत के कई इलाके ऐसे हैं जहाँ नल से जल मिलना तो दूर, पूरे गाँव और कस्बे को मीलों दूर पानी का प्रबंध करने जाना पड़ता है। कई क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ भौतिक रूप से पानी की कमी इसका कारण है तो कई क्षेत्र पानी होने के बावजूद नल से जल प्राप्त नहीं कर पाते हैं। केंद्र ने ऐसी और इससे भी बड़ी समस्याओं से निपटने के लिए वर्ष 2019 में जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया था। इस मंत्रालय की एक योजना 'हर घर जल योजना' भी है। यह योजना भारत के हर कोने में पानी की कमी को पूरा करने और घरों तक नल द्वारा पानी पहुँचाने के लिए कटिबद्ध है। इसके परिणामस्वरूप हाल ही में श्रीनगर जिले ने जल जीवन सर्वेक्षण 2023 के तहत 114 जिलों में प्रथम स्थान हासिल किया है।
क्या है हर घर जल योजना?
हर घर जल योजना भारत में जल शक्ति मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए जल जीवन मिशन का हिस्सा है। इसका लक्ष्य देश के हर घर को पानी का कनेक्शन उपलब्ध कराना है। “हर घर जल” का शब्दिक अर्थ होता है “हर घर में पानी” है और यही इस मिशन के उद्देश्य को दर्शाता है। वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का गठन एक नए मंत्रालय के उदय के साथ हुआ। वो मंत्रालय था “जल शक्ति मंत्रालय।” जीवन के निर्वाह के लिए जल आवश्यक है जो वास्तव में एक सीमित संसाधन है। हमारी विकासशील अर्थव्यवस्था की बढ़ती आवश्यकता को पूरा करने के लिए देश के जल संसाधनों का विवेकपूर्ण ढंग से उपयोग किया जाना आवश्यक है। इसलिए, जल संसाधनों का विकास, संरक्षण और प्रबंधन महत्वपूर्ण है। इसके लिए ही “जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया गया था।
श्रीनगर में क्या उपलब्धि हुई हासिल?
जल जीवन मिशन के तहत चल रहे हर घर जल योजना को जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में शुरू किया गया था। इस योजना के माध्यम से ज़िले के हर घर में नल से जल पहुँचाने का लक्ष्य था। जल जीवन मिशन (जेजेएम) के कार्यान्वयन में देशभर के 114 हर घर जल प्रमाणित गांवों में से श्रीनगर जिले को जल जीवन सर्वेक्षण (जेजेएस-2023) के तहत दूसरा स्थान मिला है। इसका अर्थ हुआ कि ज़िले के हर घर में जल पहुँचाने का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूरा हुआ है।
इस योजना से श्रीनगर में कितने लोग लाभान्वित ?
सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार, श्रीनगर ज़िले के 29 गांवों के 10,407 परिवारों तक 'कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन' (एफएचटीसी) को पूरा करते हुए श्रीनगर ज़िले ने जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन को पूरा करने के साथ ही 113 ज़िलों में दूसरा स्थान भी प्राप्त किया है।