केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संसद में जानकारी दी कि ‘भारतमाला परियोजना’ के तहत अब तक 18,714 किलोमीटर लंबाई के राजमार्गों का निर्माण पूरा हो चुका है। यह परियोजना 2017 में शुरू हुई थी जिसका उद्देश्य भारत में कनेक्टिविटी सुधारना और लॉजिस्टिक लागत को कम करना है। इसके तहत 31 अक्टूबर 2024 तक 26,425 किलोमीटर लंबाई वाली परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। इस परियोजना के लिए अब तक 4.72 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
इस योजना के तहत गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे तटीय राज्यों में कई परियोजनाएं चल रही हैं। इनमें 424 किलोमीटर लंबाई वाली 18 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है जिनमें से 189 किलोमीटर का निर्माण पूरा हो चुका है।
वहीं पूर्वोत्तर क्षेत्र में 3,856 किलोमीटर लंबाई की 190 परियोजनाओं पर काम चल रहा है जिनकी कुल लागत 81,540 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं को 2028 तक पूरा करने की योजना है। वित्त वर्ष 2024-25 में इन परियोजनाओं के लिए 19,338 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को सरल बनाया गया है और केंद्र व राज्य सरकारों के बीच समन्वय को बढ़ावा दिया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि परियोजनाओं को मंजूरी देने से पहले नेटवर्क प्लानिंग और संभावित समस्याओं की पहचान कर उनका समाधान किया जा रहा है।
2017 में शुरू हुई ‘भारतमाला परियोजना’ का लक्ष्य देशभर में 34,800 किलोमीटर राजमार्गों का निर्माण करना है। इससे यातायात सुगम होने के साथ-साथ लॉजिस्टिक लागत कम होगी और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।