तमिलनाडु के कुल 19 मछुआरों को श्रीलंकाई जेल से रिहा कर दिया गया है। सभी मछुआरे श्रीलंका के कोलंबो से एयर इंडिया के जरिये चेन्नई पहंच चुके हैं। गौरतलब हो कि समुद्री सीमा पार करने के आरोप में पिछले महीने 6 मार्च को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था। इन 19 मछुआरों में मयिलादुथुराई के नौ, पुदुकोट्टई के चार और पुडुचेरी राज्य के कराईकल के छह मछुआरे शामिल थे। ये सभी 6 मार्च को दो नावों पर सवार होकर समुद्र में मछली पकड़ने गए थे।
केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के श्रीलंकाई अदालत ने मछुआरों को रिहा करने का फैसला लिया
इससे पहले मछुआरों के परिवारों ने केंद्र और राज्य सरकारों से श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार मछुआरों को रिहा करने के लिए कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। इसके बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तुरंत केंद्रीय विदेश मंत्री जयशंकर को पत्र लिखकर मछुआरों की रिहाई के लिए कार्रवाई करने की मांग की इस पर भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने श्रीलंकाई सरकार के अधिकारियों के साथ बातचीत की। हाल ही में श्रीलंकाई अदालत ने तमिलनाडु के 19 मछुआरों को रिहा करने का आदेश दिया और उन्हें श्रीलंका में भारतीय दूतावास को सौंप दिया गया।
भारतीय दूतावास ने मछुवारों के लिए जारी किए आपातकालीन यात्रा प्रमाणपत्र
भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने तमिल मछुआरों को अपनी देखरेख में रखा उन सभी का चिकित्सीय परीक्षण किया और 19 मछुआरों को हवाई मार्ग से भारत लाने के लिए कदम उठाएं मछुआरों के पास पासपोर्ट न होने के कारण कांसुलर अधिकारियों ने उन सभी को आपातकालीन यात्रा प्रमाणपत्र जारी किए और श्रीलंका से चेन्नई के लिए उड़ान टिकटों की भी व्यवस्था की।
चेन्नई हवाई अड्डे पर उनके आगमन के बाद मछुआरों का तमिलनाडु मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों ने स्वागत किया और उन्हें तमिलनाडु सरकार द्वारा व्यवस्थित वाहनों में उनके गृहनगर भेजा गया।